सार

 श्री क्षत्रिय युवक संघ के 75 वर्ष पूर्ण होने पर देशभर से लाखों की संख्या में राजपूत समाज के लोग आए हुए हैं।  कार्यक्रम में बीजेपी और कांग्रेस समेत अन्य पार्टियों से जुड़े राष्ट्रीय स्तर के नेता इसमें शिरकत करने के लिए पहुंच रहे हैं। वहीं समारोह में पहुंचने के लिए जैसलमेर से 24 कोच की ट्रेन की बुकिंग करवाई गई है। 

जयपुर (राजस्थान). आज राजस्थान की राजधानी जयपुर में देशभर के राजपूत सामाज के लोगों का जमावड़ा लगा हुआ है। लाखों राजपूत श्री क्षत्रिय युवकसंघ के हीरक जयंती के मौके पर गुलाबी शहर में पहुंच रहे हैं। बताया जा रहा है कि बदले हुए माहौल में अपनी सियासी ताक़त जुटाने के लिए राजपूतों की अब तक की यह सबसे बड़ी पहल है। जो एक साथ इतनी बड़ी संख्या में दिखेंगे। इतना ही नहीं इस समुदाय से संबंध रखने वाले  केंद्रीय मंत्रियों से लेकर राजस्थान सरकार के सभी मंत्री-विधायक भी समारोह में शामिल हो रहे हैं। कार्यक्रम में सभी के स्वागत में मंच से  हेलिकॉप्टर के जरिए फूलों की बारिश की जाएगी। 

भव्य मंच बनकर तैयार, कई मंत्री-विधायक पहुंच रहे
दरअसल, श्री क्षत्रिय युवक संघ के 75 वर्ष पूर्ण होने पर देशभर से लाखों की संख्या में राजपूत समाज के लोग आए हुए हैं। वहीं सीकर रोड स्थित भवानी निकेतन परिसर में इस समारोह के लिए भव्य मंच बनकर तैयार है। कार्यक्रम में बीजेपी और कांग्रेस समेत अन्य पार्टियों से जुड़े राष्ट्रीय स्तर के नेता इसमें शिरकत करने के लिए पहुंच रहे हैं। यह सम्मेलन इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि पहली बार जयपुर में इसका आयोजन होने जा रहा है। जिसका आने वाले चुनावों पर भी सीधा असर देखने को मिलेगा।

जैसलमेर से 24 कोच की ट्रेन की बुकिंग 
बता दें कि इस समारोह में पहुंचने के लिए जैसलमेर से 24 कोच की ट्रेन की बुकिंग करवाई गई है। इसके लिए संघ की ओर से बतौर किराया रेलवे को 30 लाख रुपए जमा करवाए गए हैं। इस ट्रेन के जरिए समाज के हजारों लोग जयपुर पहुंचेंगे। आयोजकों का दावा है कि यह पहली बार है राजस्थान में किसी सामाजिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए 24 कोच की पूरी ट्रेन बुक करवाई गई है। 

देश की राजनीति में छाप छोड़ने जा रहे राजपूत
राजस्थान की राजधानी में होने वाला राजपूत समाज का यह विशाल सम्मेलन देश की राजनीति पर गहरा असर छोड़ेगा। क्योंकि कई राज्यों में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। इसलिए तो देश के दोनों बड़े राजनीतिक दल बीजेपी और कांग्रेस इस वर्ग को अपनी तरफ करने में लगी हुई है। पूरा प्रयास है कि राजस्थान में राजपूतों का आशीर्वाद सिर्फ उनकी पार्टी को ही मिले।

राजस्थान की सियसत में राजपूतों का गहर असर
बता दें कि अगर हम राजस्थान की सियासत में राजपूतों की बता करें तो राजस्थान में यह एकमात्र ऐसी जाति है, जिसके उम्मीदवार 69 साल के चुनावी कालखंड में प्रदेश के अलग-अलग जिलों की कुल 120 सीटों से टिकट पाकर चुनाव जीते हैं। भैरोंसिंह शेखावत अकेले राजपूत हुए जो 3 बार मुख्यमंत्री बने। प्रदेश में विधानसभा चुनाव में कुल सीटों में से 13 से 14% सीटें और लोकसभा चुनाव में 12 से 20% सीटें जीतने में राजपूत समाज सफल होता है। विधानसभा चुनाव में दोनों प्रमुख राजनीतिक दल राजपूतों को प्रमुखता से टिकट देते हैं। वहीं, सभी दलों से राजपूत समाज 40 से 45 तक टिकट पाने में हर बार सफल रहता है।

राजनेताओं को मुख्य मंच पर नहीं मिलेगी जगह
इस पूरे समारोह की खास बात यह है कि इस सभा में आने के लिए केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और कांग्रेस के मंत्री प्रताप सिंह ख़ाचरियावास एक साथ जयपुर में घूम कर लोगों को न्योता देते आए। क्योंकि राजस्थान में राजपूतों की आबादी करीब सात फीसदी है। इसलिए वह यह मौका नहीं छोड़ना चाहते हैं। वहीं इस मौके पर देशभर के सभी राजपूत मंत्री विधायक मौजूद रहेंगे। बताया जा रहा है कि इस समारोह में मंच पर किसी भी राजनीतिक व्यक्ति को जगह नहीं दी जाएगी। भले ही वह केंद्रीय मंत्री या प्रदेश में मंत्री क्यों न हो।