सार
जैसे-जैसे कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे राजस्थान की राजनीति में भी अचानक हड़कंप सा मच गया है। पहले माना जा रहा था कि अशोक गहलोत के बाद सचिन पायलट राजस्थान के मुख्यमंत्री बनेंगे। लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा है। क्योंकि अब इस रेस में 4 और नाम आगे आ गए हैं।
जयपुर. गुरुवार को कोच्चि शहर में मीडिया को दिए गए बयान के बाद राहुल गांधी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष को एक ही पद की जिम्मेदारी दी जाएगी, या तो वे राष्ट्रीय अध्यक्ष रहेंगे या किसी अन्य पद पर। राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए लगभग तय नाम मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का है। राहुल गांधी के इस बयान के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सुर अब बदले बदले नजर आ रहे हैं। राहुल गांधी के इस बयान के बाद अब राजस्थान की राजनीति में भी अचानक हड़कंप सा मच गया है। अभी तक मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए एक ही नाम तय माना जा रहा था लेकिन अब इन नामों की संख्या बढ़कर 5 तक पहुंच गई है। राजस्थान में अलग-अलग मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अब मुख्यमंत्री की रेस में 5 दिग्गज नेता शामिल हो चुके हैं ।
सचिन पायलट के अलावा अब यह अन्य नेता नाम में रेस में शामिल
पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट का नाम 2 दिन पहले तक लगभग तय माना जा रहा था राजस्थान की मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए। लेकिन अब तीन से चार नए नाम और आ गए हैं जो सचिन पायलट से बहुत ज्यादा सीनियर होने के साथ-साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेहद नजदीकी हैं । इन चार नामों में यूडीएच मिनिस्टर शांति धारीवाल, एजुकेशन मिनिस्टर बी डी कल्ला राजस्थान में नंबर दो महेश जोशी और दिग्गज नेता सीपी जोशी का नाम शामिल है। सीपी जोशी वर्तमान में राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष हैं। इन चारों नेताओं के पॉलीटिकल बैकग्राउंड की बात की जाए तो इनका पॉलीटिकल बैकग्राउंड मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समकक्ष सा ही है ।
1. सीपी जोशी: मीडिया में चर्चा चल रही है कि अशोक गहलोत सीपी जोशी को राजस्थान की सत्ता देना चाहते हैं। जोशी बेहद सख्त और नियमों से चलने वाले नेता माने जाते हैं, अगर वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठते हैं तो बहुत हद तक अशोक गहलोत की कमी नहीं खलने वाली है । सीपी जोशी भी सोनिया गांधी के करीबी बताए जाते हैं।
2. शांति धारीवाल: दूसरा नाम यूडीएच मिनिस्टर शांति वाद धारीवाल का है । जो बेहद दबंग नेता है। उनके सामने हर कोई नेता अपनी बात नहीं रख पाता । वह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेहद करीबी हैं और पहली बार बिना किसी विवाद के उन्होंने साडे 3 साल से ज्यादा समय निकाल दिया है।
3. बीडी कल्ला: मुख्यमंत्री की इस रेस का तीसरा नाम बीडी कल्ला है। बीडी कल्ला यानी बुलाकी दास कल्ला एजुकेशन मिनिस्टर है और यह भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेहद नजदीकी माने जाते हैं। उनके नाम के साथ भी किसी तरह का कोई विवाद नहीं जुड़ा हुआ है ।
4. महेश जोशी: पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर महेश जोशी का है । महेश जोशी वापिस से फॉर्म में आ चुके हैं । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उन पर बहुत हद तक भरोसा करते हैं और वह मुख्यमंत्री के भरोसे पर कायम भी रहते हैं। चारों नेताओं का पॉलीटिकल बैकग्राउंड 25 से 30 साल तक पुराना है और चारों खांटी नेता है।
5. ममता भूपेश: इन चारों नेताओं के अलावा महिला नेता ममता भूपेश का नाम भी रेस में शामिल बताया जा रहा है। ममता भूपेश दौसा जिले से आती है और दबंग महिला नेता है। वह वर्तमान में महिला एवं बाल विकास विभाग में मंत्री का पद संभाल रही है । इस सारी भाग दौड़ के अलावा सबसे बड़ी बात यह है कि मुख्यमंत्री जो भी हो उसका फैसला 30 सितंबर के बाद तब होगा जब कांग्रेस को अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल जाएगा। आने वाले 5 से 6 दिन राजस्थान से लेकर दिल्ली तक की राजनीति मैं हड़कंप मचाने वाले साबित होंगे।