सार

 मीणा से पहले राजस्थान तीन और विधायकों की कोरोना के चलते मौत हुई है। जिसमें राजसमंद से बीजेपी विधायक किरण माहेश्वरी, सहाड़ा से कांग्रेस विधायक कैलाश त्रिवेदी और वल्लभनगर के कांग्रेस विधायक गजेन्द्र सिंह शक्तावत कोरोना से संक्रमित होने के बाद जिंदगी की जंग हार गए।
 

जयपुर. राजस्थान में कोरोना की दूसरी लहर का कहर अभी कम नहीं हुआ है। अब संक्रमण शहरों से ज्यादा गांव में पैर पसार रहा है। बुधवार को भाजपा के धरियावद विधायक गौतम लाल मीणा का इस महामारी के चलते निधन हो गया। सीएम अशोक गहलोत और प्रदेश भाजपा के आला नेताओं ने  ट्वीट कर मीणा के निधन पर दुख जताया है।

दिल की धड़कन अनियंत्रित हुईं और एक घंटे बाद निधन
दरअसल, गौतम लाल मीणा की संक्रमित रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद 16 मई को उदयपुर के एमपी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बताया जाता है कि वह पिछले दो दिन से वेंटिलेटर पर थे। इसी दौरान बुधवार सुबह उनको हार्ट में पेन हुआ और एक घंटे बाद यानि 9 बजे उन्होंने इलाज के दौरान आखिरी सांस ली।

वसुंधरा राजे की पहल पर मीणा को करवाया गया था एडमिट
गौतमलाल मीणा के कोरोना संक्रमित होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की पहल पर उन्हें  उदयपुर के MB अस्पताल की सुपर स्पेशलिटी विंग में भर्ती कराया गया था। इस दौरान वसुंधरा राजे उनके बेटे कन्हैयालाल मीणा से बराबर में टच में रहीं। वहीं डॉक्टर लाखन पोसवाल ने बताया कि गौतम लाल मीणा को बचाने की पूरी कोशिश की गई, लेकिन संक्रमण ज्यादा फैलने की वजह से उनको नहीं बचाया जा सका।

कोरोना से अब तक 4 विधायक कह गए अलविदा
बता दें कि मीणा से पहले राजस्थान तीन और विधायकों की कोरोना के चलते मौत हुई है। जिसमें राजसमंद से बीजेपी विधायक किरण माहेश्वरी, सहाड़ा से कांग्रेस विधायक कैलाश त्रिवेदी और वल्लभनगर के कांग्रेस विधायक गजेन्द्र सिंह शक्तावत कोरोना से संक्रमित होने के बाद जिंदगी की जंग हार गए।

भाजपा ने खो दिया अनमोल रत्न 
गौतमलाल मीणा के निधन पर प्रदेश की पूर्ण सीएम वसुंधरा राजे ने शोक जताते हुए कहा 'गौतमलाल  जी के रूप में भाजपा परिवार ने मानो एक अनमोल रत्न को खो दिया है। अपनी जनता के लिए जी-तोड़ मेहनत करना और विकास कार्यों को रूकने न देने का उनका तरीका हमारी स्मृतियों में सदैव बना रहेगा। दुःख की इस घड़ी में भाजपा परिवार शोक-संतप्त परिजनों के साथ खड़ा है''।