सार
एक बेहद चौंका देने वाली काहानी राजस्थान से देखने को मिली है, जहां 5 महीने पहले मर चुके युवक, जिसका घरवाले अंतिम संस्कार तक कर चुके अब वही बेटा जिंदा घर लौटा है। इतना ही नहीं उसकी हत्या के केस में उसको दो भाई जेल में सजा काट रहे हैं।
डूंगरपुर (राजस्थान). कोराना के कहर से लगे लॉकडाउन में कई हैरान कर देने वाली कहानियां सामने आ रही हैं। ऐसी एक बेहद चौंका देने वाली काहानी राजस्थान से देखने को मिली है, जहां 5 महीने पहले मर चुके युवक, जिसका घरवाले अंतिम संस्कार तक कर चुके अब वही बेटा जिंदा घर लौटा है। इतना ही नहीं उसकी हत्या के केस में उसको दो भाई जेल में सजा काट रहे हैं।
मृतक की पत्नी ने सुहाग की चूड़ियां तोड़ बन गई थी विधवा
दरअसल, हैरान कर देने वाले यह मामला डूंगरपुर जिले का है, जो पांच माह पहले ईश्वर नाम का युवक गुजरात पुलिस के रिकॉर्ड में मर चुका है। 6 फरवरी को एक युवक की लाश गुजरात के ईसरी थाना क्षेत्र के जंगल में पुलिस को मिली थी। जिसकी पहचान मृतक की पत्नी सीमा, साले व ससुर ने खुद की थी। युवक के ससुरालवालों ने उसकी हत्या का आरोप ईश्वर के दो भाईयों पर पर लगाया था। जिसके चलते पुलिस ने उनको अपने भाई की हत्या के आरोप में मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
युवक को देखते ही हक्के-बक्के रह सब गए
बता दें कि सोमवार को जब ईश्वर अपने गांव खरपेड़ा लौटा तो उसको देखकर पूरा गांव हैरान था। यहां तक कि उसके परिजन तो उसको देखते ही हक्के-बक्के रह गए। जिसके बाद घरवाले उसको लेकर सीमलवाड़ा पुलिस चौकी पहुंचे, पुलिस खुद उसको जिंदा देखकर हैरान है। गुजरात पुलिस की लापरवाही पर अब सवाल खड़े हो रहे हैं कि कैसे दूसरे युवक के शव को ईश्वर को बता दिया। साथ ही यह सवाल भी उठ रहे हैं कि जिस युवक की लाश मिली थी आखिर वह किसकी है।
5 माह से कहां था युवक पुलिस लगाएगी पता
अब इस मामले में ईसरी थाना प्रभारी आर.एस. तावियाड़ का कहना है कि युवक के शव की शिनाख्त उसकी पत्नी, ससुर व साले ने की थी। मृतक के एक हाथ पर ईश्वर लिखा हुआ था, ससुर ने ईश्वर की हत्या के आरोप उसके दो भाइयों पर लगाया था। अब हम पता लगा रहे हैं कि ईश्वर यहां आने से पहले इतने समय तक कहां था, साथ ही वह लाश किसकी थी, इसकी भी जांच की जाएगी।