सार

राजस्थान की सियासत में पिछले कुछ दिनों से सियासी बवंडर अभी थमा ही था कि अब बीजेपी ने इस चिंगारी को और हवा दे दी। भाजपा नेता कालीचरण सराफ ने सचिन पायलट को अपना ऑफर देते हुए कहा- घर आई लक्ष्मी को ठुकराना नहीं चाहिए। एक बार फिर सोच लो भाई। इस बयान के बाद से गहलोट गुट काफी खुश है।
 

जयपुर. राजस्थान में कांग्रेस में चल रही खेमे बाजी को जैसे तैसे काबू करने की कोशिश आलाकमान कर रहा है । दोनों पक्षों की ओर से चल रही कलह की इस आग को काफी हद तक काबू भी कर लिया गया है।  लेकिन अभी भी चिंगारियां सुलग रही है।  इन सुलगती हुई चिंगारीओं में अब भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता ने पूरा का पूरा घी का पीपा पलट दिया है। उन्होंने सचिन पायलट के खिलाफ ऐसा बयान दिया है कि गहलोत खेमा खुश नजर आ रहा है । 

वसुंधरा राजे के बेहद करीबी माने जाते हैं कालीचरण
भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बेहद करीबी माने जाने वाले भाजपा नेता कालीचरण सराफ ने सचिन पायलट के लिए कहा है कि ,  घर आई लक्ष्मी को ठुकराना नहीं चाहिए। एक बार फिर सोच लो भाई। कालीचरण सराफ के इस बयान से अब सचिन पायलट खेमा तिलमिलाया हुआ है।  वहीं गहलोत खेमा इस बयान के मजे ले रहा है। 

 कौन है कालीचरण सराफ और उन्होंने ऐसा क्या कहा, बताते हैं
दरअसल, जिस तरह गहलोत खेमे में यूडीएच मिनिस्टर समेत अन्य पहली पंक्ति के नेता है । उसी तरह भाजपा में कालीचरण सराफ पहली पंक्ति के नेता है।  दिल्ली से लेकर राजस्थान तक तमाम बड़े भाजपाई नेताओं के वे करीबी हैं । इनमें पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का नाम सबसे ऊपर है।  वह जयपुर की मालवीय नगर विधानसभा सीट से लगातार विधायक बनते आ रहे हैं।  इस बार भी विधायक हैं।  पिछले टरम में जब भाजपा की सरकार थी तो वे हेल्थ मिनिस्टर थे और मुख्यमंत्री की सलाहकार टीम में शामिल थे। 

कालीचरण के इस बयाने के निकल रहे कई सियासी मायने
 वैसे तो भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस में चल रही कलह को लेकर पिछले कई दिनों से वेट एंड वॉच की स्थिति अपना रख रखी है।  लेकिन धीरे-धीरे इस तरह के बयान भी सरकाए जा रहे हैं, ताकि कलह कि आग को शांति नहीं मिल सके । मालवीय नगर से आने वाले कालीचरण सराफ का कहना है कि हमारे पार्टी के दरवाजे पूरी तरह से खुले हुए हैं।  अगर राजस्थान में कांग्रेस सरकार गिरती है और कोई उसे गिराने में मदद चाहता है तो उसके लिए हम तैयार हैं।  उसके लिए पूरी भाजपा पार्टी तैयार है । सराफ ने जयपुर में कहा कि वैसे तो कांग्रेस की इस अंदरूनी कलह का भारतीय जनता पार्टी से सीधे कोई संबंध नहीं है लेकिन फिर भी अगर कोई कांग्रेसी नेता हमारी मदद चाहता है तो हम उसके लिए तैयार बैठे हैं।  

ना पायलट और ना ही गहलोत ने दिया कोई जवाब
कालीचरण सराफ के इस बयान का फिलहाल पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट या उनके खेमे से किसी भी अन्य नेता ने कोई जवाब नहीं दिया है,  लेकिन गहलोत खेमा इस बयान के बाद जरूर खुश नजर आ रहा है ।उल्लेखनीय है कि अशोक गहलोत आज पहले ही कह चुके हैं कि उनकी पार्टी के कई विधायक अमित शाह की गोद में बैठकर मिठाई खा रहे हैं।  वे कभी भी पार्टी को गिरा सकते हैं । यह इशारा पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट की ओर बताया जा रहा है , क्योंकि उन पर साल 2020 में भारतीय जनता पार्टी की मदद से राजस्थान सरकार को गिराने के आरोप लग चुके हैं। 

राजस्थान का मुख्यमंत्री कौन...यह भी साफ नहीं
अब सबसे बड़ी बात यह है कि इस तरह की बयानबाजी अब सामने आ रही है जब आने वाले 1 से 2 दिन में दिल्ली से पर्यवेक्षक जयपुर आ सकते हैं और राजस्थान में मुख्यमंत्री पद को लेकर स्थितियां साफ हो सकती हैं । राजस्थान का मुख्यमंत्री कौन रहेगा यह इस बैठक के बाद ही साफ होगा।

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