सार
राजस्थान के सियासी संग्राम में पायलट गुट के लोग पहले शेर और गीदड़ लेकर आए तो अब केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत हाथी और कुत्ते लेकर आ गए हैं। शुक्रवार को डॉ. महेश जोशी के समर्थकों ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ प्रदर्शन किया था। वहीं सोमवार को गजेंद्र सिंह समर्थक हाथी और कुत्ते वाले पोस्टर लेकर विरोध जताने पहुंचे।
जयपुर. राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की सियासी घमासान के कुछ ठंडे पड़ते ही अब प्रदेश में फोन टैपिंग मामले में बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं के बीच अब पोस्टर वॉर शुरू हो गया है। जहां कोई किसी का पुतला फूंक रहा है तो कोई जानवरों वाले पोस्टर बनवा कर लगवा रहा है।
'कोई हाथी लेकर पहुंचा तो कोई कुत्ता लेकर पहुंचा'
दरअसल, राजस्थान के सियासी संग्राम में पायलट गुट के लोग पहले शेर और गीदड़ लेकर आए तो अब केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत हाथी और कुत्ते लेकर आ गए हैं। शुक्रवार को डॉ. महेश जोशी के समर्थकों ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ प्रदर्शन किया था। वहीं सोमवार को गजेंद्र सिंह समर्थक हाथी और कुत्ते वाले पोस्टर लेकर विरोध जताने पहुंचे।
जयपुर में लगाए गए हाथी-कुतों वाले पोस्टर
बता दें कि यह पूरा मामला महेश जोशी को फोन टैपिंग से जुड़ा हुआ है। इस केस में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच का नोटिस मिलने के बाद उनके समर्थकों ने बीजेपी का जमकर विरोध किया, खासकर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह का, जिनके लिए भगोड़ा शब्द का इस्तेमाल किया करते हुए चैलेंज दिए जाने लगा। इसके बाद से बीजेपी-कांग्रेस में जुवानी जंग तेज हो गई। इतना ही नहीं जोशी समर्थकों ने जयपुर में होर्डिंग्स भी लगवाए, जिनमें लिखा गया "हर अन्याय का देंगे जवाब, जयपुर है महेश जोशी के साथ''
फिलहाल थमता नहीं दिख रहा पोस्टर वॉर
वहीं सोमवार को बीजेपी कार्यकर्ताओं ने हाथी-कुत्ते वाले बैनर के साथ जयपुर में प्रदर्शन किया। फिलहाल यह पोस्टर वॉर थमता हुआ नहीं दिखाई पड़ रहा है। क्योंकि दोनों पार्टियों के नेताओं के बीच सियासी घमासान और तेज होने के आसार बन गए हैं। बता दें कि राजस्थान की सियासत में सबसे पहले जानवरों की एंट्री सचिन पायलट के समर्थकों ने की है।