सार

 राजस्थान के अलवर से ऐसी एक घटना सामने आई है जो पूरे पुरुष प्रधान समाज को कलंकित करती है। यहां एक पति अपनी पत्नी के घूंघट नहीं निकालने पर विवाद करने लगा और तीन साल की बेटी को बेरहमी से पीटने लगा। जब महिला उसे बचाने के लिए आई तो उसने मासूम को दर्दनाक मौत देकर मार डाला।

अलवर (राजस्थान). एक तरफ भारत की बेटियां पूरी दुनिया में अपनी कामयाबी का परचम लहरा रही हैं। लेकिन समाज में अभी भी कुछ ऐसे लोग हैं जो महिलाओं घूंघट में कैद करके रखना चाहते हैं। राजस्थान के अलवर से ऐसी एक घटना सामने आई है जो पूरे पुरुष प्रधान समाज को कलंकित करती है। यहां एक पति अपनी पत्नी के घूंघट नहीं निकालने पर विवाद करने लगा और तीन साल की बेटी को बेरहमी से पीटने लगा। जब महिला उसे बचाने के लिए आई तो उसने मासूम को दर्दनाक मौत देकर मार डाला।

पहले की हत्या फिर चुपके से कर दिया दफन
दरअसल, यह दिल दहला देने वाला मामला अलवर जिले के गादोज गांव से सामने आया है। जहां प्रदीप यादव नाम के शख्स ने पत्नी से विवाद का बदला अपनी मासूम बच्ची की मगंलवार देर रात हत्या करके लिया। इतना नहीं आरोपी चुपके से अपने परिवार के साथ बुधवार तड़के मासूम का चुपचाप अंतिम संस्कार तक कर आया और किसी को भनक तक नहीं लगने। बच्ची की मां मोनिका यादव बेटी की याद में पूरी रात बिलखती रही और वह उसे दफन कर आए।

पत्नी को 24 घंटे घूंघट में रखता था कैद
बुधवार सुबह पीड़िता मोनिका यादव अपने मायके वालों के साथ मिलकर बहरोड़ थाने पहुंची और पति की हैवानियत बताते हुए उसके खिलाफ मामला दर्ज कराया। महिला ने बताया कि उसका पति 24 घंटे उसे घूंघट में कैद करके रखता है, सिर्फ कमरे में ही घूंघट उतारने का कहता है।  अगर गलती से जरा सा भी चेहरा दिख जाए तो वह जानवरों की तरह मारपीट करता।

गेंद की तरह हवा में मासूम क उछाला 
महिला ने बताया कि मंगलवार रात को मेरा घूंघट जरा सा कम हो गया तो वह मुझे पीटने लगा। इसके बाद मेरी  3 साल की बेटी प्रियांशी को थप्पड़ मार दिया। जब मैंने इसका विरोध किया तो बच्ची तो बच्चे को गोद में से छीनकर लेकर गया और कमरे से सीघे हवा में उछालकर आंगन में फेंक दिया। मासूम की जमीन पर गिरते ही मौत हो गई, हैरानी की बात यह है कि इस काम में ससुराल वालों ने भी साथ दिया। सभी चुपके से उसे दफन करके आ गए।

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जिस बेटी के आने मिला तोहफा उसी को मार डाला
बता दें कि आरोपी प्रदीप की शादी मोनिका से 2013 में हुई थी। वह एक प्राइबेट नौकरी करता है। दहेज में उसे उसकी योग्यता के हिसाब से ज्यादा दहेज मिला था। लेकिन फिर भी वह आए दिन पत्नी से दहेज के लिए प्रताड़ित करता था। तीन साल पहले 2018 में जब प्रियांशी का जन्म हुआ तो मोनिका के पिता ने विवाद खत्म करने के लिए दामाद को तोहफे में एक कार दी। लेकिन आरोपी इतना बड़ा हैवान निकला कि उसी मासूम को मार डाला।

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