सार

तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए दौसा और डूंगरपुर का जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है। क्योंकि इतने कम समय में इतने ज्यादा बच्चों का पॉजिटिव निकलना चिंताजनक है। तीसरी लहर को देखते हुए हमने व्यापक स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं। बच्चों के लिए आईसीयू वार्ड अलग से बनाए जा रहे हैं। 

दौसा (राजस्थान). देश अभी कोरोना वायरस की दूसरी लहर से जूझ रहा है। जहां रोजाना लाखों लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। लेकिन इसी बीच राजस्थान डरा देने वाली खबर सामने आई है, जहां तीसरी लहर के दस्तक देने के संकेत मिल रहे हैं। क्योंकि यहां सिर्फ दो जिलो में ही 858 बच्चे संक्रमित पाए गए हैं। वहीं विशेषज्ञों ने अलर्ट कर रखा है।

महज 10 दिनों के अंदर 858 कोरोना संक्रमित
दरअसल, राज्य के चिकित्सा विभाग के आंकड़ों के हिसाब से दौसा जिले में भी 1 मई से 21 मई तक 0 से 18 वर्ष तक के 341 बच्चों कोरोना से संक्रमित हुए हैं। वहीं डूंगरपुर जिले में 12 मई से लेकर अब तक कुल 325 बच्चे महामारी की चपेट में आ गए हैं। इस हिसाब से महज 10 दिनों के अंदर दो जिलों में 858 बच्चों को कोरोना हो गया है।

घर-घर जाकर बच्चों की हो रही कोरोना जांच
तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए दौसा और डूंगरपुर का जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है। क्योंकि इतने कम समय में इतने ज्यादा बच्चों का पॉजिटिव निकलना चिंताजनक है। दौसा जिलाधिकारी ने कहा कि संक्रमित पाए गए बच्चों में कोई भी गंभीर नहीं है। उनको अस्पताल ले जाने की जरुरत नहीं पड़ी है।  स्वास्थ्य अधिकारी गांव-गांव और घर-घर जाकर कोरोना की जांच करने में लगे हुए हैं।

बच्चों के लिए बनाए जा रहे अलग ICU वार्ड 
वहीं डूंगरपुर के जिलाधिकारी ने बताया कि तीसरी लहर को देखते हुए हमने व्यापक स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं। साथ ही जिला अस्पताल को अलर्ट कर रखा गया है। बच्चों के लिए आईसीयू वार्ड अलग से बनाए जा रहे हैं। 

दूसरी लहर धीमी हुई..15 दिन बढ़ सकता है लॉकडउन
बता दें कि राजस्थान में कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेजी से कम होने लगी है। प्रदेश में संक्रमण की दर एक ही दिन में आधी हो गई। कुछ दिन पहले पॉजिटिव होने की दर 19 फीसदी से ज्यादा थी। लेकिन शनिवार को यह घटकर 9 फीसदी रह गई। पिछले 24 घंटे के दौरान 6103 नए केस सामने आए। 15 हजार से ज्यादा रोगी रिकवर हुए। वहीं, 115 मौतें हुईं। वहीं अब चर्चा है कि प्रदेश में लगा लॉकडाउन अगले 15 दिन और बढ़ाया जा सकता है। जल्द ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अफसरों के साथ बैठक कर नई गाइडलाइन जारी करने का फैसला लेने वाले हैं।