सार

इस लड़की का सिर्फ एक ही मकसद था, नए-नए दूल्हे ढूंढ़ना। इसके लिए उसकी एक टीम काम करती थी। शादी के बाद सुहारागत या उसके कुछ दिनों बाद यह लड़की दूल्हे को छोड़ देती। जानिए शॉकिंग केस..

जयपुर. लुटेरी दुल्हनों का यह कोई पहला केस सामने नहीं आया है। लेकिन यह मामला भी एक संगठित गिरोह से जुड़ा है। दुल्हन अपने लिए नए-नए शिकार तलाशती थी। उसके इस काम में मदद करती थी उसकी टीम। टीम में कोई पंडित बनता, तो कोई सगा-रिश्तेदार। फिर बकायदा शादी होती। लेकिन सुहागरात या उसके कुछ दिनों बाद ही दुल्हन ससुराल से रफूचक्कर हो जाती। साथ में समेटकर ले जाती गहने और पैसे। इस दुल्हन ने जयपुर सहित कई बड़े शहरों में शादियां कीं और फिर धोखाधड़ी।


मेरठ से पकड़ी गई...

लुटेरी दुल्हन किरण उर्फ मेघांषी सरोज और उसकी शादी में गवाह बनने वाली कोमल को राजस्थान पुलिस ने यूपी के मेरठ से गिरफ्तार किया है। कोमल मेरठ की रहने वाली है। पुलिस को सूचना मिली थी कि दोनों इस समय मेरठ में हैं। वे नए शिकार की तलाश में हैं। रविवार को शास्त्री नगर पुलिस ने दोनों को धरदबोचा। इनसे पूछताछ के बाद पुलिस ने कुछ अन्य आरोपियों को भी पकड़ा है। लुटेरी दुल्हन मूलत: आंध्र प्रदेश की रहने वाली है। वो पिछले कई महीनों से मेरठ में रह रही थी। एडनिशनल डीसीपी धर्मेंद्र सागर ने बताया कि यह कार्रवाई एक पीड़ित लक्ष्मीनारायण हलवाई की शिकायत पर की गई। पीड़ित ने मार्च में इनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। पीड़ित ने बताया था कि वो अपने काम से सांभर गया था। वहां उसकी मुलाकात महेश और सुरेश पटवा नामक आरोपियों से हुई। दोनों ने उसकी शादी कराने का झांसा दिया। इसके बाद वे उसे दिल्ली लेकर गए। वहां एक पंडित मिला। सबने किरण से उसे मिलवाया। फिर शादी करा दी। लेकिन शादी के कुछ दिनों बाद ही किरण जेवर-पैसा लेकर भाग गई। पुलिस की पूछताछ में किरण ने माना कि उसने जयपुर के अलावा, दिल्ली, लखनऊ सहित शहरों में शादियां कीं। वो ऐसे लोगों को ढूंढती थी, जो पैसेवाले हों, लेकिन उनकी शादी नहीं हो पा रही हो।