सार

राजस्थान के सीकर में एक रहस्यमयी घटना जानकारी में आ रही है जहां मैसेज में बताई जगह पर रुपए नही रखने पर घर में लग जाती है आग। सीसीटीवी में भी नहीं रिकॉर्ड होती घटना।

सीकर. राजस्थान में आए दिन कुछ न कुछ रहस्यमयी मामले आते रहते है कुछ दिनों पहले एक भोपा आग की मसाल लिए आत्मा लेने हॉस्पिटल आया था। अब ऐसा ही एक रहस्यमयी मामला राज्य के सीकर जिले से सामने आया है। यहां उदयदास की ढाणी स्थित गोपी बागड़ी के मकान में विचित्र घटनाएं घट रही है। जिससे परिवार बुरी तरह दहशत में है। यहां मोबाइल में सिम नहीं होने पर भी उसमें रुपयों की वसूली के मैसेज आ रहे हैं। जो घर में ही तय जगह पर रुपए नहीं रखने पर कभी आग लग रही है तो कभी मवेशी मर रहे हैं। यही नहीं परिजनों के अनुसार दो- दो ताले लगाने पर भी घर के बक्सों में रखे कपड़े जलने के साथ उसमें रखे नगद रुपए गायब हो जाते हैं। सीसीटीवी कैमरे लगाने पर भी मामले का खुलासा नहीं हुआ तो परिवार ने अब पुलिस की मदद ली है। जिसके बाद उद्योग नगर थाना पुलिस ने भी मौका मुआयना कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

कैमरे में भी रिकार्ड नहीं हुई घटनाएं

गोपी के बड़े बेटे मक्खन ने बताया कि हमको लगा कि कोई हमें परेशान करने के लिए ऐसा कर रहा है, तो उसने घटना की जांच के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाकर देख लिए। जो भी पूरे समय चालू रहे। लेकिन, आग लगने व अन्य घटनाओं के दौरान उस समय की रिकॉर्डिंग उसमें गायब मिलती है। 


अब तक हो चुका लाखों का नुकसान

परिवार का दावा है कि पिछले तीन साल से उनके परिवार में 15 लाख से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। जिसमें करीब चार लाख रुपए तो नगद राशि है। जो मैसेज आने पर वे बताई गई जगह पर नगद रुपए वो भी गए और जो रुपए बक्से या परिजनों की जेब में थे वो भी अपने आप गायब हो गए। इसके अलावा आठ मवेशी मरने के साथ खेत की पाइप व फव्वारे भी कई बार टूट चुके हैं। 


समस्या बढ़ती ही जा रही है

गोपीराम ने बताया कि वह करीब 30 साल से खेत में मकान बनाकर रह रहा है। पहले तो घर में छोटी मोटी आग से हल्का नुकसान ही होता था। लेकिन अब समस्या बढ़ती जा रही है, और नुकसान भी लगातार बढ़ता जा रहा है। घर के हर कमरे में आग लगने से सारा सामान जलकर खाक हो चुका है। यहां तक की अज्ञात शक्ति घर में रह रहे भांजे की किताबें भी गायब कर मोबाइल पर संदेश भेज रही है।


अपने बच्चो की शादी न होने का कारण भी इसी को माना
गोपीराम बागड़ी अपने सात बच्चों की शादी नहीं होना भी इसी घटना से जोड़कर देख रहा है। उनके आठ बच्चों में से केवल एक बेटी की ही शादी हुई है। बाकी चार बेटी व तीन बेटे अब भी कंवारे हैं। जिनमें सबसे बड़ा बेटा 47 साल का मक्खन है। जो एलआईसी का काम करता है। उससे छोटा बेटा प्रभु बिजली बोर्ड में तकनीकी कर्मचारी है। जबकि छोटा बेटा जुगल किशोर किसान है। चारों बेटियां आठवीं तक पढ़ी लिखी व विवाह योग्य है।