सार

किशोर अपराधी बच्चों के ट्रासंफर का आदेश देने के बाद नाराज एक युवक ने जज को धी जान से मारने की धमकी, साथ ही कहा कि जल्द से जल्द राजस्थान छोड़ दो। जाने पूरा मामला..

सीकर. हमने पुलिस को किसी नेता को किसी स्टार को जान से मारने की धमकी मिलते सुना है लेकिन कभी भी किसी जज को धमकी मिलते नहीं सुना है। लेकिन राजस्थान के सीकर जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला आया है जहां एक महिला जज के साथ गाली गलौच व जान से मारने की धमकी मिली है। आरोप है कि एक शख्स झुंझुनूं के बच्चों को सीकर ट्रांसफर करने के आदेश से नाराज है। जिसके चलते उसने जज को फोन कर एब्यूजिंग शब्द बोले और जान से मारने की धमकी दी। जिंदा बचे रहने के लिए राजस्थान छोड़कर बाहर चले जाने की चेतावनी भी दी। मामले में जज ने अब शहर के कोतवाली पुलिस थाने में आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई है। जिसमें उसके खिलाफ कार्रवाई के साथ 24 घंटे की पुलिस सुरक्षा की मांग भी की गई है।

ये है मामला

किशोर न्याय बोर्ड की प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट रंजना ने शहर के कोतवाली पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाते हुए बताया है कि उन्होंने कुछ समय पहले किशारों के संबंध में आदेश जारी किए थे। जिसके बाद गुस्साए एक शख्स ने उन्हें 26 मई को फोन किया।  जिसमें उसने झुंझुनूं के किशोर अपराधियों को सीकर भेजने के आदेश को गलत बताते हुए उनके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया। गाली गलौच करते हुए आरोपी ने जान से मारने की धमकी दी। उसने कहा कि तुमने दो-चार दिन में झुंझुनूं के बच्चों को सीकर भेजने के जो आदेश किए हैं, ये गलत किया है। इसके लिए वह उन्हें जान से मार देगा। मजिस्ट्रेट ने बताया कि धमकी देने वाला शख्स जान से मारने की धमकी को बार बार दोहरा रहा था। साथ ही ये भी वार्निंग दी है कि जिंदा रहना है तो राजस्थान से बाहर चले जाना। 


पूर्व मजिस्ट्रेट समझकर दी धमकी, मांगी सुरक्षा

रिपोर्ट में प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट ने बताया कि आरोपी ने धमकी पूर्व मजिस्ट्रेट के भरोसे दी है। उन्होने कहा कि शायद आरोपी को पता नहीं है कि पुराने जज की जगह कोई नया जज आ गया है। उन्होंने बताया कि उनसे पहले पद पर उदय सिंह अलोरिया थे। जिनका चित्तोडगढ़़ तबादला हुआ है। पर आरोपी अब भी उन्हें ही मजिस्ट्रेट समझकर उनके नाम से उन्हें धमकी दे रहा था।