सार

अभी तक आपने चोरों के रुपए-गहने और  गाड़ियां चुराते देखा और सुना होगा। लेकिन राजस्थान के सीकर जिले में पुलिस ने एक अनोखे चोर को गिरफ्तार किया है। जो  घर में पूजा के लिए अलग अलग मंदिरों से मूर्तियां चोरी करता है।

सीकर. राजस्थान के सीकर जिले में चोरी की अनूठी वारदात सामने आई है। यहां कंप्यूटर की एक कंपनी में काम कर रहे युवक ने घर में पूजा करने के लिए मंदिरों से मूर्तियां चुरा ली। वह उनकी घर में पूजा कर रहा था। ढाई महीने पहले पुराने चोरी के मामले में जब पुलिस ने उसे पकड़ा तो उसके पास से पांच कीमती मूर्तियां मिली है। पुलिस ने अजमेर निवासी चोर गौरव शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। जो सीकर शहर में किराये के मकान में रह रहा था। 

शेखावाटी विवि का काम करती है कंपनी
कोतवाल कन्हैयालाल ने बताया कि नला का बास निवासी महंत अरूण ओडाका ने अप्रेल महीने में रिपोर्ट दी थी। जिसमें 23 अप्रेल को सुभाष चौक स्थित नृसिंह मंदिर से अष्ठधातु की भगवान नृसिंह, गंगामाई व सालागराम की मूर्ती चोरी होने की शिकायत दी गई। इसके बाद 13 जून को नानी गेट इलाका निवासी निलेश शर्मा ने जानकी वल्लभजी मंदिर से भगवान सालिगराम व चांदी की मूर्तियां चोरी होने की रिपोर्ट लिखाई। दोनों मामलों की जांच के लिए पुलिस की विशेष टीम का गठन किया गया। जिसने सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो अजमेर निवासी गौरव शर्मा उसमें कैद मिला। जिसे उसके घर से गिरफ्तार कर पूछताछ की तो उसने जुर्म कबूल लिया। जांच में उसके सीकर और अजमेर स्थित मकानों से नृसिंह भगवान की अष्टधातु की मूर्ति सहित पांच मूर्ति बरामद हुई। 

शेखावाटी विवि में काम करता था आरोपी
आरोपी गौरव बड़ी कंप्यूटर कंपनी में काम करता है। जो शेखावाटी विश्वविद्यालय में भी काम कर रही है। इसी काम के सिलसिले में गौरव पिछले दो साल से शहर के राधाकिशनुपरा कॉलोनी में किराये के मकान में रह रहा था। 

घर में पूजा के लिए चुराई मूर्ति
कोतवाल ने बताया कि आरोपी ने मूर्तियां चुराने की वजह घर में उनकी पूजा करना बताया। उसने बताया कि वह सुभाष चौक क्षेत्र में स्थित मंदिरों में जाया करता था। जहां रोज जाने की जहमत से बचने के लिए वह वहां की मूर्तियों को ही घर उठा लाया। कोर्ट में पेशी के बाद आरोपी  को शनिवार को जेल भेज दिया गया। है।