सार

राजस्थान में एक बार फिर दलित के साथ शर्मनाक हरकत करने का मामला सामने आया। अपने काम के पैसे मांगने जाने पर ऊंची जाति वालों ने  उसे जूतों की माला पहना कर, यूरिन पिलाया, कई घंटों तक मारपीट की। इतने में भी मन नहीं भरा तो बंधक बनाकर रखा।

सिरोही (sirohi). राजस्थान में दलितों के ऊपर होने वाले अत्याचारों के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। पिछले दिनों कई बड़े मामले सामने आने के बाद पुलिस ने इन्हें जैसे-तैसे काबू करने की कोशिश की। लेकिन अब सिरोही जिले से इस तरह की घटना सामने आई है। सिरोही जिले में बिजली फिटिंग का काम करने वाले कारीगर के साथ बर्बरता की हदें पार की गई है। ढाबे मालिक और उसके स्टाफ ने पहले तो लाइट फिटिंग का काम कराया और जब पीड़ित रुपए मांगने गया तो उसके साथ मारपीट की और गंदी हरकतें कर उसका वीडियो बनाया। यह वीडियो अब वायरल हो रहा है। इस घटना के बाद अब पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामला सिरोही जिले के कोतवाली थाना इलाके का है।

बिजली फिटिंग की मजदूरी मांगने आया था, बंधक बना कर दी पिटाई
सिरोही पुलिस ने बताया कि भरत कुमार नाम के व्यक्ति के साथ यह घटना हुई है। वह कांडला मार्ग स्थित रजवाड़ा ढाबा पर बिजली फिटिंग का काम करके आया था। पिछले दिनों उसने यह काम किया था और इस काम को करने के बाद उसकी मजदूरी 21 हजार रुपए बनी थी। इन रुपयों को देने के लिए ही ढाबा मालिक ने भरत कुमार को कुछ दिन पहले बुलाया था ,लेकिन उसे रुपए नहीं दिए । उसे कहा कि वह रात में आए।  रात को करीब 9:00 बजे जब भारत वहां पहुंचा तो ढाबा मालिक ने अपने साथियों के साथ उसके साथ मारपीट की।  उसे बंधक बनाकर रखा, उसे जूते चप्पल की माला पहनाई , उसे गंदी गालियां देने के साथ ही यूरिन भी पिलाया । 

डर के चलते पीड़ित 3 दिन घर में घुसा रहा
ढाबे पर बंधक बनाने के बाद उसे देर रात छोड़ा तो भरत सीधा अपने घर गया और वहां पर डर के मारे 3 दिन तक बाहर नहीं निकला। बाद में परिवार और पड़ोस के लोगों के हौसला बढ़ाने पर भरत घर से बाहर निकला और पुलिस को इसकी सूचना दी। कल शाम इस पूरे घटनाक्रम के मामले में पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद अब पुलिस भी एक्टिव हुई है। आज पुलिस ने भरत के बयान दर्ज किए हैं। 

आरोपी ढाबा छोड़ हुए फरार, पुलिस कर रही तलाश
रजवाड़ा ढाबा के मालिक एसएस सोढा, प्रवीण और मूलाराम जाट के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। ढाबा मालिक सोढा और अन्य लोगों को जैसे ही इसका पता चला वह ढाबा छोड़कर फरार हो गए। भरत ने पुलिस को बताया कि 21 हजार रुपए का काम किया था 5 हजार रुपए उसे बिना पूछे उसके किसी साथी को दे दिए, जबकि वह पहले उसे रुपए दे चुका था। पुलिस ने भरत के बयान दर्ज करने के साथ ही  ढाबे से कुछ सबूत भी जमा किए हैं । इन्हीं सबूतों के आधार पर गंभीर धाराओं में केस बनाया गया है । इस पूरे घटनाक्रम का एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी डाल दिया गया है।

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