सार

राजस्थान में माली समाज ने शादी में एकरूपता लाने के लिए फैंसला किया है कि दूल्हे को शादी में आना है तो क्लीन शेव होकर आना पड़ेगा। नहीं तो बारात बिना दुल्हन के लौटा दी जाएगी। समाज के बड़े- बुजुर्गों ने सोमवार के दिन बैठक में यह निर्णय लिया है।

सिरोही (sirohi). शादी ब्याह में समानता रखने के लिए राजस्थान के एक समाज की बैठक हुई और उसमें कई फैसले लिए गए (rajasthan news)। इसे आज से ही लागू कर दिया गया है। इसमें जो निर्णय लिए गए जिसमें सबसे प्रमुख फैसला दूल्हों के लिए था। समाज ने दूल्हों के लिए अनोखी शर्त रख दी। इस शर्त को पूरा करने के बाद ही शादी के बाकी कार्यक्रम होंगे नहीं तो शादी अधूरी रह जाएगी।

शेविंग बनवा के ही आना होगा शादी में, तभी मिलेगी दुल्हन
समाज की बैठक में फैसला लिया गया कि अगर कोई दूल्हा शेविंग कटवाए बिना यानी दाढ़ी में दुल्हन लेने पहुंचेगा तो उसे दुल्हन नहीं मिलेगी। उसकी बरात को लौटा दिया जाएगा। अगर ऐसा नहीं करता है तो उसके खिलाफ एक्शन भी लिया जाएगा। यह सिरोही जिले के माली समाज का फैसला है। शादी ब्याह में एकरूपता लाने के लिए इस तरह का फैसला किया गया है। (rajasthan updates)

सामूहिक विवाह के लिए की गई गाइडलाइन तैयार
दरअसल शिवगंज में सामूहिक विवाह के दौरान आने वाले दूल्हों के लिए यह गाइडलाइन तैयार की गई है। माली समाज से जुड़े भंवरलाल देवड़ा ने बताया कि शिवगंज के माली समाज धर्मशाला में समाज के प्रतिष्ठित लोगों की सभा हुई। इस सभा में सामूहिक विवाह और एकल विवाह को लेकर कई फैसले लिए गए। देवड़ा ने कहा कि शादियों में बेवजह का बहुत खर्च होता है। इससे दोनों पक्षों पर भार पड़ता है। यह बेवजह का खर्च भी बंद कर दिया गया है। साथ ही सामूहिक विवाह में भोजन की जो तैयारी की जाएगी वह भी बेफिजूल के खर्च के बिना की जाएगी।

सामूहिक विवाह में शादी करने वाली दुल्हन को मिलेगा फायदा
देवड़ा ने बताया कि जो दुल्हन सामूहिक विवाह करेंगी उन्हें भी कुछ योजनाओं का फायदा दिया जाएगा। माली समाज की इस बैठक में शहर के गणमान्य लोगों के साथ ही समाज से जुड़े दानदाता भी मौजूद थे। बैठक में आठवें सामूहिक विवाह की तैयारियों के बारे में भी चर्चा हुई। इस दौरान टेंट, भोजन, सीमित दहेज समेत अन्य वस्तुओं के बारे में भी दानदाता आगे आए। करीब 2 घंटे चली इस बैठक में और भी कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए।