सार

राजस्थान की जयपुर कोर्ट से एक अनोख मामला सामने आया है। अदालत में एक हत्या के केस की सुनवाई चल रही थी। जज ने पुलिस से इस मामले के सबूत मांगे तो पुलिस ने कहा-साहब एक बंदर इसके सबूत लेकर भाग गया है।
 

जयपुर (राजस्थान), राजधानी जयपुर के चंदवाजी थाना इलाके में युवक की हत्या के मामले में चल रही ट्रायल में अजीब स्थिति हो गई है। पुलिस ने कोर्ट को जानकारी दी है कि हत्या में काम लिए चाकू सहित अन्य 13 जब्त आर्टिकल बंदर ले गए हैं। थाना पुलिस ने इस संबंध में रिपोर्ट भी डालने की जानकारी कोर्ट को दी है। अब लोक अभियोजक ने इस संबंध में पुलिस महानिदेशक सहित अन्य आलाधिकारियों को पत्र लिखकर स्थिति साफ करने की गुहार की है। इसी के साथ कोर्ट से भी मामले की सुनवाई रोकने के लिए प्रार्थना पत्र दिया है। मामले पर बुधवार को एडीजे कोर्ट—1 में सुनवाई होगी। 

 कोर्ट ने कहा-हत्या के सबूत दीजिए..लेकिन
 चंदवाजी थाना इलाके के चर्चित शशिकांत शर्मा हत्या मामला में एडीजे कोर्ट—क्रम एक में सुनवाई चल रही है। पुलिस ने हत्या के आरोप में 5 दिन बाद चंदवाजी के ही राहुल कंडेरा और मोहनलाल कंडेरा को गिरफ्तार कर वारदात का खुलासा किया था। वारदात में काम लिए चाकू सहित कई सामान पुलिस ने जब्त किए। कोर्ट में चल रही ट्रायल के दौरान जब्त आर्टिकल पेश करने के आदेश दिए। इस पर पुलिस ने कोर्ट में लिखित में जवाब दिया कि हत्या के काम में लिया चाकू सहित 15 जब्त आर्टिकल बंदर ले गए हैं। इस संबंध में 2016 में ही रोजना में रपट भी डाल रखी है। इस पर कोर्ट ने भी नाराजगी ​जाहिर की। जिस पर लोक अभियोजक रामलाल भामूं ने इस संबंध में पुलिस से स्पष्टीकरण लेकर कोर्ट को अवगत करवाने का आश्वासन दिया। 

सबूत बंदर के ले जाने का जवाब अजीब
लोक अभियोजन भामूं ने इस संबंध में पुलिस अधीक्षक जयपुर ग्रामिण को पत्र लिखकर स्थिति साफ करने की गुहार की है। लोक अभियोजक भामूं के अनुसार, खून लगा चाकू व अन्य जब्त आर्टिकल बंदर के ले जाने का जवाब अजीब है। इस संबंध में पुलिस महानिदेशक सहित अन्य अधिकारियों को पत्र लिखा था, जिसका अब तक कोई जवाब नहीं आया है। ऐसे में सोमवार को कोर्ट में प्रार्थना पत्र लगाकर सुनवाई रोकने की गुहार की है मामले पर अब बुधवार को सुनवाई होनी है।

यह था मामला
चंदवाजी थाना क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में सितंबर 2016 एक युवक की खून से लथपथ लाश पड़ी मिली थी। युवक तीन दिन से लापता था। शव मिलने के बाद गुस्साए लोगों ने जयपुर-दिल्ली एनएच-8 पर जाम भी लगा दिया था। मौके पर पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अधिकारी पहुंचे थे और लापरवाही पर एसआई को निलंबित भी किया था।