सार

राजस्थान से बड़ी खबर सामने आई है। जहां टोंक जिले के बड़े और बीड़ी कारोबारी के यहां इनकम टैक्स ने छापेमारी की है। अफसर उनके 27 ठिकानों पर अलग-अलग कार्यवाही कर रहे हैं। जिसमें मकान, गोदाम ,वेयरहाउस समेत अन्य जगह शामिल हैं। 

टोक. राजस्थान के टोंक जिले में रहने वाले एक बीड़ी कारोबारी के यहां इनकम टैक्स की रेड कल रात से जारी है।  इनकम टैक्स के 20 से ज्यादा अफसर और इनकम टैक्स के कर्मचारी एवं करीब 150 पुलिसकर्मियों की टीम ने कारोबारी के टोंक और जयपुर जिले में स्थित मकानों पर छापे मारे हैं। जहां उनकी फैक्ट्री है, वहां भी रेड की गई है । इस रेड में करोड़ों रुपयों की काली कमाई उजागर होने की बात कही जा रही है। 

बिजनेसमैन के 27 ठिकानों पर एक साथ अफसर कर रहे कार्यवाही
 इनकम टैक्स के अफसरों ने बताया कि टोंक जिले में रहने वाले मोहम्मद निजामुद्दीन के यहां पर छापा मारा गया है।  उनके 27 ठिकानों पर अलग-अलग अफसर कार्यवाही कर रहे हैं । रेड  मकान, गोदाम ,वेयरहाउस समेत अन्य जगह हैं। 

डेढ़ अरब का लग्जरी बंगला खरीदकर चर्चा में आए थे 
दरअसल निजामुद्दीन ने करीब डेढ़ महीने पहले जयपुर शहर की सबसे महंगी जगह यानी सिविल लाइंस में डेढ़ अरब रुपए का बंगला खरीदा था।  इस बंगले की खरीदने के साथ ही वो इनकम टैक्स के रडार पर आ गए थे।  इनकम टैक्स ने उनके खिलाफ इनपुट जुटाना शुरू किया और देर रात उनके यहां रेड की।

 ईद पर चर्चा में रहते हैं कारोबारी निजामुद्दीन
 निजामुद्दीन के बारे में और भी कई चर्चाएं प्रबल रहती हैं । खानदानी कारोबारी निजामुद्दीन टोंक जिले में बेहद चर्चित रहते हैं । कहा जाता है कि ईद पर मिठाइयां और उपहार बहुत बड़ी संख्या में लोगों के यहां बांटते हैं । उसके अलावा टोंक में अपने बंगले पर ईद के दौरान आने वाले लोगों को भी नोट भी बांटते हैं । यही कारण है कि साल में दो से तीन बार आने वाली ईद के मौके पर उनके घर में सवेरे से भीड़ जुटना शुरू होती है, जो दोपहर तक जारी रहती है । कारोबारी के यहां से कितनी काली कमाई मिली है फिलहाल इस बारे में इनकम टैक्स में खुलासा नहीं किया है। उनके यहां पर चल रही सर अभी तक जारी है।

कुछ दिन पहले ही इनकम टैक्स ने दिया था अवॉर्ड...अब छापेमारी
कुछ साल पहले इनकम टैक्स में निजामुद्दीन को अवार्ड दिया था ज्यादा टैक्स देने के लिए और टैक्स चोरी नहीं करने के लिए। अभी जो बंगला खरीदा है वह इनकम टैक्स के ऑफिस के करीब 2 किलोमीटर के रेडियस में ही है यानी इनकम टैक्स के करीब ही है।