सार

औरत को पुरुष समाज नाजुक और कमजोर मानते हैं। लेकिन मर्दों की इस दुनिया में औरतों ने वो मुकाम हासिल किया है जिसे जानकर हैरान रह जाएंगे। दुनिया में सबसे ताकतवर समुद्री लुटेरा रहने का खिताब भी एक महिला के नाम ही है। चलिए बताते हैं उस समंदर की लुटेरी लड़की की कहानी जिससे कांपता था चीन।

दुनिया का सबसे ताकतवर समुद्री लुटेरा कौन है तो शायद आप की जुबान पर किसी पुरूष का नाम होगा। लेकिन बहुत ही कम लोग जानते होंगे कि ये खिताब किसी पुरूष को नहीं बल्कि एक महिला को मिला है। जी हां, कभी इस समुद्री लुटेरी का नाम सुनकर दक्षिण चीन सागर में सफर करने वाले कांप जाया करते थे। इस महिला का नाम था  जेंग ये सो। येंग ये सो समंदर पर कभी राज किया करती थी। भले ही आज वो नहीं है लेकिन उसकी कहानी आज भी चीन में सुनाई जाती है।

शारीरिक संबंध बनाते हुए ग्राहक से राज उगलवाती थी

जेंग ये सो को समुद्री लुटेरों की दुनिया की रानी कहा जाता है। 1775 में चीन के तटीय इलाके ग्वांगडोंग में जेंग ये सो पैदा हुई थी। इसका असली नाम शी येंग था। शी येंग की पारिवारिक हालत ठीक नहीं थी। इतिहासकारों का कहना है कि शी येंग सिर्फ छह साल की उम्र में ही सेक्स वर्कर बन गई थीं। शी येंग सेक्स की दुनिया में धीरे-धीरे पहचान बनाने लगी थी। पानी पर तैरते वैश्यालय में काम करते हुए वो ग्राहकों से हम जानकारियां लेती थी। दरअसल, उसके साथ शारीरिक संबंध बनाते हुए लोग अक्सर ऐसे राज उगल दिया करते थे जो उनकी मौत का कारण बन जाते थे। शी उन राज को मुंहमांगे दाम पर बेचती थी। कुछ ही वक्त में वो उसने भारी दौलत और अपने आसपास के क्षेत्र में अपना प्रभाव कायम कर लिया था।

समुद्री लुटेर से शी येंग ने की शादी

उस दौर में झेंग यी एक पाइरेट थे जो चिंग और ग्वेन आन साम्राज्यों के खिलाफ लड़ रहे थे। झेंग वियतनाम के सूर्यवंशी राजाओं के वारिसों के समर्थन में खड़े थे। इतिहासकारों की मानें तो एक आक्रमण के दौरान झेंग यी की मुलाकात शी येंग से हुई। दोनों के बीच प्यार हो गया। झेंग यी को शी इतनी पसंद आ गई थी कि उन्होंने उससे कहा कि उसकी जीती हुई आधी संपत्ति पर उसका हक होगा। लड़की को यह सौदा पसंद आया और उसने शादी के लिए हामी भर दी। कहा जाता है कि शी शादी के वक्त 26 साल की थी।

समंदर में पति के साथ मिलकर करने लगी राज

शादी के बाद शी येंग को जेंग ये सो कहा जाने लगा। इसका अर्थ होता है झेंग की पत्नी। इतिहासकार की मानें तो शादी के एक साल बाद ही झेंग यी के रिश्तेदार झेंग की को ग्वेन साम्राज्य की सेना ने पकड़ लिया। उसे वियतनाम सीमा के पास जियांगपिंग में पकड़ा गया था और वहीं उसे मौत के घाट उतार दिया गया। इस मौके का फायदा झेंग यी ने उठाया। उसने झेंग की के नेतृत्व में काम कर रहे सभी डाकुओं को अपने साथ मिला लिया और उनका नेता बन गया।

पति के साथ मिलकर समुदर के लुटेरों को किया एकजुट

झेंग यी और जेंग ये सो थोड़े ही वक्त में सबसे ताकतवर जोड़े का दर्जा हासिल कर लिए। उन्होंने प्रतिबंधित चीजों की तस्वकरी करने वालों को अपने काबू में कर लिया। कहा जाता है कि झेंग यी समंदर में मौजूद सभी सक्रिय लुटेरों को एक झंडे के नीचे लाना चाहते थे। ताकि ब्रितानी, फ्रांसीसी और पुर्तगाली सैनिकों से निपट सकें। इस दौरान जेंग ने अपने पति की काफी मदद की। उन्होंने डाकुओं के नेताओं से बातचीत की।सेक्स वर्कर के दौरान उनके बने संबंधों ने इसमें काफी अहम किरदार निभाया।

झेंग और जेंग ये सो ने मिलकर 18-5 में सभी सक्रिय लुटेरों को एक साथ लाने में कामयाबी हासिल की।  19वीं सदी की शुरुआत में झेंग यी एक मज़बूत पाइरेट नेता बन गए।70 हज़ार से अधिक पाइरेट और 1200 से अधिक जहाज उनके काबू में थे। उनकी ताकत के पीछे जेंग ये सो का हाथ था। 1807 में झेंग यी की मौत हो गई। इसके बाद जेंग ये सो की ताकत बढ़ना शुरू हुआ। पति की मौत के बाद उसने साम्राज्य की बागडोर खुद संभाल ली।

दत्तक बेटे से रचा ली शादी

कहा जाता है कि जेंग ये सो अपनी ताकत बढ़ाने के लिए अपने ही दत्तक पुत्र चेंग पाओ से शादी कर ली। जिसकी उम्र 20-30 साल के बीच रही होगी। इसके बाद उसकी ताकत इतनी बढ़ गई कि उसने अपने प्रभाव के क्षेत्र को नियंत्रित करने के लिए कई नियम-क़ायदे बनवाए। इसके साथ ही उसकी काफी सख्ती से पालन भी करवाती थी। इतना ही नहीं दक्षिण चीन सागर के इस इलाके से गुज़रने वाले व्यापारिक एवं मछली मारने वाले जहाज़ों समेत हर तरह के जहाज़ों को सुरक्षा शुल्क देना पड़ता था। उसने  इस शुल्क को लेने के लिए टैक्स ऑफ़िस तक बनाए।

चीन को युद्ध में हराया फिर समंदर की लुटेरी ने किया समझौता

कहा जाता है कि  1809 तक जेंग ये सो इतनी ताक़तवर हो गयीं कि उनकी सैन्य और आर्थिक शक्ति ने चीनी सरकार को भी परेशान कर दिया था। चीन ने समुद्री लुटेरी से छुटाकारा पाने के लिए ब्रितानी और पुर्तगाली नौसेनाओं से मदद मांगी थी। इतिहासकारों की मानें तो इनके बीच कई जंग हुए लेकिन विजयी समु्द्री लुटेरे हुए। 1810 में जेंग ये सो और उनकी टीम के साथ चीन की सरकार ने समझौता किया और इसके एवज में उन्हें मोटी पेंशन देने का वादा किया  गया। कहा जाता है कि समंदर पर राज करने वाली लड़की की मौत 69 साल में वहीं हुई जहां पर वो पैदा हुई थी। 

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