सार
कई लोग ज्यादा ही संवेदनशील होते हैं, जबकि आज मतलब से रिलेशनशिप बनाने वाले लोग ज्यादा हैं। कई लड़कियां या लड़के भी रिलेशनशिप बनाते वक्त यह देखते हैं कि इसका उन्हें क्या फायदा मिल सकता है। ऐसे में, जब मकसद पूरा हो जाने पर पार्टनर का व्यवहार बदल जाता है या वह उनका साथ छोड़ देता है तो उन्हें ज्यादा मानसिक तकलीफ का सामना करना पड़ता है।
रिलेशनशिप डेस्क। हर इंसान संवेदनशील होता है। भावनाएं सबमें होती हैं, लेकिन कई लोग ज्यादा ही संवेदनशील होते हैं, जबकि आज मतलब से रिलेशनशिप बनाने वाले लोग ज्यादा हैं। कई लड़कियां या लड़के भी रिलेशनशिप बनाते वक्त यह देखते हैं कि इसका उन्हें क्या फायदा मिल सकता है। ऐसे में, जब मकसद पूरा हो जाने पर पार्टनर का व्यवहार बदल जाता है या वह उनका साथ छोड़ देता है तो उन्हें ज्यादा मानसिक तकलीफ का सामना करना पड़ता है। इससे उनके हेल्थ पर भी बुरा असर पड़ता है और वे अपना काम सही ढंग से नहीं कर पाते हैं। इसलिए रिलेशनशिप में पार्टनर के साथ अपनी तरफ से संबंध बढ़िया रखें, लेकिन यह उम्मीद कभी नहीं करें कि आपके साथ भी बढ़िया व्यवहार किया जाएगा। अगर पार्टनर आपके साथ अच्छा व्यवहार नहीं करता और सही रिस्पॉन्स नहीं देता तो इससे दुख तो होगा, पर इसे सहना सीखें। जानें ऐसी हालत में क्या करें।
1. खुद को दें महत्व
कुछ लोग इतने संवेदनशील होते हैं कि पार्टनर के लिए अपने आप को न्योछावर कर देते हैं। ऐसे लोगों को जब पार्टनर की तरफ से उपेक्षा मिलती है तो उन्हें ज्यादा तकलीफ महसूस होती है। ऐसे लोगों को चाहिए कि वे खुद को भी महत्व दें। जिंदगी में हर तरह के लोग मिलते हैं। आप अगर पार्टनर के लिए समर्पित हैं और पार्टनर आपको महत्व ही नहीं दे रहा तो आप इसकी ज्यादा परवाह नहीं करें और सामान्य तौर पर अपना कामकाज करते रहें।
2. व्यावहारिक रवैया अपनाएं
यह देखें कि आपके लिए क्या अच्छा है और किस काम से आपको फायदा हो सकता है। आज के समय में जो मतलब से रिश्ता बनाते हैं, वे कई लोगों से जुड़े रहते हैं और सबको यह बताते हैं कि वे सिर्फ उन्हें ही चाहते हैं। अगर आपको महसूस होता है कि पार्टनर आपकी उपेक्षा कर रहा है तो साफ बात करें। लेकिन अगर वह आपकी बातों का जवाब नहीं देता तो आप व्यावहारिक रवैया अपनाएं और अपने काम से मतलब रखें।
3. रचनात्मक कामों से जुड़ें
अगर रिलेशनशिप में परेशानी आती है तो हर किसी को दुख होता है, लेकिन यह संभव नहीं कि आप पार्टनर से उसकी इच्छा के बिना संबंध रख सकते हैं। मतलबी पार्टनर को जैसे ही आपकी मदद की जरूरत पड़ेगी, वह खुद आपसे जुड़ने की कोशिश करेगा। इसलिए रिलेशनशिप को भूलने की कोशिश करें और रचनात्मक कामों में अपना मन लगाएं।
4. अपनी खुशी को दें तरजीह
आप यह देखने की कोशिश करें कि किन बातों से आपको खुशी मिलती है। जो काम आपको अच्छे लगते हैं, वह करें। आपके लिए आपकी खुशी ही सबसे ज्यादा मायने रखती है। पार्टनर संवेदनशील होगा तो आपकी खुशी में खुश होगा, नहीं तो उसे जब आपकी परवाह नहीं तो आप क्यों उसके पीछे जान दें।
5. आत्मविश्वास मजबूत रखें
पार्टनर की उपेक्षा से हर सच्चा और संवेदनशील व्यक्ति निराश हो जाता है। लेकिन इससे समस्या का कोई हल नहीं होता। दो लोग कभी एक जैसे नहीं हो सकते। जरूरी नहीं कि आप अपने पार्टनर को जितना चाहते हों, उतना ही वह भी चाहता हो। इसलिए ऐसी स्थिति में खुद को कमजोर नहीं पड़ने दें और आत्मविश्वास बनाए रखें। इससे आप बेहतर महसूस करेंगे।