सार

यह सही कहा गया है कि ब्रेकअप के दर्द से उबर पाना आसान नहीं होता। जब रिश्ता टूटता है तो भले ही किसी पार्टनर की गलती हो, तकलीफ बहुत ज्यादा होती है। कई लोग तो ब्रेकअप के बाद इतने उदास हो जाते हैं कि डिप्रेशन तक में चले जाते हैं। 

लाइफस्टाइल डेस्क।  यह सही कहा गया है कि ब्रेकअप के दर्द से उबर पाना आसान नहीं होता। जब रिश्ता टूटता है तो भले ही इसमें किसी पार्टनर की गलती हो, तकलीफ बहुत ज्यादा होती है। कई लोगों पर तो ब्रेकअप का इतना बुरा असर होता है कि वे डिप्रेशन में चले जाते हैं। ब्रेकअप के बाद देखा गया है कि कई लोगों ने खुद को लंबे समय तक घर में बंद कर लिया और लोगों से मिलना-जुलना तक छोड़ दिया। कई लोग ब्रेकअप के बाद शराब और दूसरे नशीले पदार्थों का सेवन करने लगते हैं। ब्रेकअप का इंसान के इमोशनल लाइफ पर बहुत गहरा असर पड़ता है। पहले यह माना जाता था कि ब्रेकअप से लड़कियों को ज्यादा तकलीफ होती है, पर नए अनुसंधानों से पता चला है कि ब्रेकअप से पुरुष भी भीतर से टूट जाते हैं। जानते हैं, ब्रेकअप के बाद होने वाली समस्याओं से कैसे उबरें। 

1. अकेलेपन को स्वीकार करें
इस बात को स्वीकार करने की कोशिश करें कि हमेशा किसी का साथ बना नहीं रह सकता। जिंदगी एक ऐसा सफर है, जिसमें कई पड़ाव होते हैं और इस दौरान नए साथी मिलते हैं। कुछ साथी काफी करीब हो जाते हैं और आपकी निजी जिंदगी से जुड़ जाते हैं, लेकिन किसी भी रिश्ते को टेकन फॉर ग्रांटेड नहीं मानें। पार्टनर कभी भी किसी भी वजह से आपका साथ छोड़ सकता है। इसलिए अकेलेपन को स्वीकार करना सीखें।

2. नेगेटिविटी से बचें
ब्रेकअप के बाद मन में नेगेटिविटी की फीलिंग्स आती हैं। इंसान का मन किसी काम में नहीं लगता। पुरानी यादें पीछा नहीं छोड़तीं। मन में निराशा की भावना घर कर जाती है। कुछ भी अच्छा नहीं लगता। लेकिन इन नकारात्मक स्थितियों से आपको खुद ही निकलना होगा। नेगेटिविटी से हर हाल में बचें।

3. दोस्तों से मिलें
ब्रेकअप के बाद अपने आप में सिमट कर रहने से बेहतर है कि आप दोस्तों से मिले-जुलें और उनसे बातें करें। इससे आपका मन बदलेगा। लेकिन उनसे अपने रिलेशनशिप के बारे में चर्चा नहीं करें। हो सकता है, दोस्त कहीं आपका मजाक ना उड़ाने लगें। 

4. क्रिएटिव काम में व्यस्त हो जाएं
ब्रेकअप के बाद नकारात्मक भावों से बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप किसी क्रिएटिव काम में अपने को व्यस्त कर लें। इससे जहां आपका मन बदल जाएगा, आप कोई नया काम भी कर लेंगे। क्रिएटिविटी से आपमें एक नई एनर्जी आएगी। 

5. साइकोलॉजिस्ट से मदद लें
तमाम उपायों के बावजूद अगर आपकी समस्या दूर नहीं हो रही हो और आप भावनात्मक रूप से बहुत परेशान हैं तो किसी साइकोलॉजिस्ट की मदद लें। उनकी काउंसलिंग से आपको जरूर राहत मिलेगी।