सार
रिलेशनशिप में कई बार महिलाओं के अच्छे व्यवहार का फायदा उठाते हुए उनका शोषण भी शुरू हो जाता है। खास तौर पर जो महिलाएं सीधी-सादी होती हैं, उनके साथ यह समस्या ज्यादा होती है। महिलाओं को यह बात समझनी चाहिए।
रिलेशनशिप डेस्क। रिलेशनशिप में कई बार महिलाओं के अच्छे व्यवहार का फायदा उठाते हुए उनका शोषण भी शुरू हो जाता है। खास तौर पर जो महिलाएं सीधी-सादी होती हैं, उनके साथ यह समस्या ज्यादा होती है। कई बार महिलाएं बहुत बातें बुरी लगने पर भी बर्दाश्त करती चली जाती हैं। इसके पीछे उनका मकसद रिश्ते को बचाना होता है या वे सोचती हैं कि पुरुषों को बढ़-चढ़ कर बोलने की आदत ही होती है। लेकिन यह सच नहीं है। जो पुरुष महिलाओं से सच्चा प्यार करते हैं, वे उन्हें ठेस पहुंचाने वाली बातें बोल ही नहीं सकते। वे उनकी भावनाओं का पूरा ख्याल रखते हैं। पर कुछ पार्टनर्स डोमिनेटिंग नेचर के होते हैं। महिलाओं को यह बात समझनी चाहिए। यह समस्या खास कर उन महिलाओं के साथ ज्यादा होती है, जो शादीशुदा होती हैं। महिलाओं को अपने साथ होने वाले खराब व्यवहार को नहीं सहना चाहिए। जानें वो 4 कंडीशन जब महिलाओं को आवाज उठानी चाहिए।
1. कोई बात थोपी जाए
जरूरी नहीं कि हर बात किसी को पसंद ही आए। हर इंसान की रुचि अलग-अलग होती है। बावजूद कई बातों को लेकर रिलेशनशिप में एडजस्ट करना पड़ता है। लेकिन हमेशा आप पर कोई ऐसी बात थोपने की कोशिश की जाए जो आपको पसंद न हो तो आप उसका विरोध कर सकती हैं। यह न भूलें कि आपका एक स्वतंत्र व्यक्तित्व है।
2. आपका सम्मान नहीं हो
अक्सर ऐसा होता है कि पार्टनर दिल से आपका सम्मान नहीं करता, बल्कि दिखावा ज्यादा करता है। कई बार आपकी बातों का मजाक उड़ाया जाता है। कुछ ऐसी भी बातें कहीं जाती हैं, जिनसे आपके दिल को ठेस पहुंचती है, पर आप ये सब सह लेती हैं। लेकिन हर चीज की एक हद होती है। अगर ये बातें एक सीमा से आगे बढ़ने लगें तो आपको जरूर विरोध करना चाहिए।
3. इंसल्ट फील करें
कई बार लोग जाने या अनजाने ऐसी बातें कह देते हैं कि इंसान इंसल्ट फील करने लगता है। अगर बार-बार आपको लेकर नकारात्मक बातें कही जाएं, आपके हर काम में खामी निकाली जाए तो आपको जरूर रिएक्ट करना चाहिए। चुप रह जाने से ऐसी समस्याएं बढ़ती ही हैं।
4. कोई ध्यान न दे
अगर आप बीमार हों या किसी तरह की दूसरी तकलीफ में हों, फिर भी पार्टनर आप पर ध्यान नहीं दे रहा हो तो समझ लें कि वह आपकी उपेक्षा कर रहा है। कई लोगों की आदत होती है कि अपनी तकलीफ तो बहुत बढ़ा-चढ़ा कर कहते हैं और सोचते हैं कि हर कोई उन पर ध्यान दे, पर दूसरे की समस्या पर ध्यान देने की जरूरत नहीं समझते। ऐसी हालत अगर आपके साथ हो तो आपको खुल कर बात करनी होगी। किसी रिश्ते को महज ढोते रहने से कोई फायदा नहीं होता।