सार
अब समय में काफी बदलाव आ चुका है। पहले बच्चों की शादी मां-बाप और घरवाले ही तय करते थे, लेकिन अब युवा खुद अपनी मर्जी से जाति और धर्म के बंधनों को तोड़ कर शादी करने लगे हैं।
रिलेशनशिप डेस्क। अब समय में काफी बदलाव आ चुका है। पहले बच्चों की शादी मां-बाप और घरवाले ही तय करते थे, लेकिन अब युवा खुद अपनी मर्जी से जाति और धर्म के बंधनों को तोड़ कर शादी करने लगे हैं। अक्सर कॉलेज और यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान ही युवाओं में लव अफेयर होते हैं और अगर रिलेशनशिप ठीकठाक चलता रहा तो शादी भी कर लेते हैं। कई बार अलग-अलग राज्यों को लोग भी आपस में शादी करते हैं। सांस्कृतिक भिन्नता और अलग परंपराओं के कारण ऐसी शादियों में कुछ परेशानी भी आ सकती है। कई बार भाषा की समस्या भी सामने आती है। इससे मैरिज करने वाले कपल पर मानसिक दबाव पड़ता है। कुछ उपायों को अपना कर इन समस्याओं को दूर किया जा सकता है।
1. अलग परंपराओं और संस्कृति को स्वीकार करें
अगर शादी अलग जाति में होने के साथ ही किसी दूसरे राज्य के लड़के या लड़की से हो रही है, जहां की भाषा और परंपराएं अलग हैं तो उन्हें घरवालों को स्वीकार करने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। इससे आपके सामने एक नया संसार आता है। आप भी एक नई भाषा और संस्कृति का ज्ञान हासिल कर सकते हैं। कभी भी कपल पर दबाव डालने की कोशिश नहीं करें। बदलती दुनिया के साथ बदलना जरूरी होता है।
2. कपल भी धैर्य रखें
अलग जाति और संस्कृति में शादी करने पर कपल को भी कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लव लाइफ और मैरिड लाइफ में काफी अंतर होता है। यहां आपको कदम-कदम पर कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए हमेशा धैर्य बनाए रखें। समय से सारी चीजें व्यवस्थित हो जाती हैं।
3. समझौता करने के लिए तैयार रहें
शादी एक ऐसा संबंध है जो समझौते पर आधारित है। जीवन भर साथ रहने का निर्णय करना ही एक बड़ा समझौता है। इसकी कद्र करें और किसी भी विपरीत परिस्थिति में सकारात्मक समझौते से पीछे नहीं हटें। इससे वैवाहिक जीवन खुशहाल रहेगा।
4. संस्कृति को समझने की करें कोशिश
अगर आपने किसी अलग राज्य और भिन्न संस्कृति में पले-बढ़े साथी से शादी की है तो उसकी संस्कृति को समझने की कोशिश करें और उसके अनुरूप खुद को ढालें। भारत एक ऐसा देश है जहां विविध संस्कृतियां हैं, लेकिन उनमें एक मूलभूत एकता पाई जाती है। यह आपके लिए बेहतर होगा कि आप एक नई संस्कृति और उसके अलग-अलग पहलुओं को समझने की कोशिश करें।
5. अपने रीति-रिवाजों का भी करें पालन
ऐसा नहीं है कि अलग जाति और संस्कृति में शादी करने के बाद आप अपनी परंपरा और रीति-रिवाजों को छोड़ दें। कपल को चाहिए कि वे एक-दूसरे की परंपराओं में सामंजस्य बना कर चलें। इससे आपकी फैमिली के लोग भी खुश रहेंगे। यह मत भूलें कि शादी सिर्फ दो लोगों का ही नहीं, पूरे परिवार का रिश्ता होता है।