सार
विवाह एक ऐसा संबंध है जिसे सबसे ज्यादा महत्व दिया गया है। भारतीय परंपरा में इसे जन्म और जन्मांतरों का रिश्ता माना गया है, लेकिन देखने में आता है कि शादी के कुछ सालों के बाद ही पति-पत्नी के संबंधों में पहले जैसा जोश-खरोश नहीं रह जाता।
रिलेशनशिप डेस्क। विवाह एक ऐसा संबंध है जिसे सबसे ज्यादा महत्व दिया गया है। भारतीय परंपरा में इसे जन्म और जन्मांतरों का रिश्ता माना गया है, लेकिन देखने में आता है कि शादी के कुछ सालों के बाद ही पति-पत्नी के संबंधों में पहले जैसा जोश-खरोश नहीं रह जाता। वे एक-दूसरे से पहले की तरह जुड़ाव महसूस नहीं करते और उनमें लड़ाइयां भी ज्यादा होने लगती हैं। पति की शिकायत होती है कि पत्नी उसकी ओर ध्यान नहीं देती, वहीं पत्नी भी पति से नाखुश रहती है। दोनों एक-दूसरे को कोई खास तवज्जो नहीं देते और रिश्ते में दूरियां आने लगती हैं। इसका परिणाम कई बार काफी बुरा भी होता है। जानें शादी के बाद भी कैसे अपनी जिंदगी में प्यार की कमी नहीं होने दें।
1. जीवनसाथी को नजरअंदाज ना करें
किसी भी स्थिति में जीवनसाथी को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। पति और पत्नी, दोनों को एक-दूसरे की भावनाओं को समझना चाहिए, साथ ही जरूरतों को भी। समय के साथ इंसान के जीवन और सोच में कई तरह के बदलाव आते हैं। अच्छी लाइफ जीने के लिए समय के साथ होने वाले बदलावों को स्वीकार करते हुए तालमेल बना कर चलना चाहिए।
2. क्या सपने पूरे नहीं हुए
अक्सर शादी के काफी समय के बाद पति और पत्नी को एक-दूसरे में कमियां दिखाई पड़ने लगती हैं। वे सोचते हैं कि उन्होंने जैसा सोचा या चाहा था, वैसा नहीं हुआ। उनके सपने पूरे नहीं हुए। यह नकारात्मक सोच है। जीवन की परिस्थितियां बदलती रहती हैं। बदलाव को स्वीकार करना और उसके साथ चलना सफल जीवन जीने के लिए जरूरी है। इसलिए नकारात्मक विचारों से खुद को दूर रखें।
3. आकर्षण बनाए रखें
देखा गया है कि शादी के कुछ साल बीत जाने के बाद पति-पत्नी एक-दूसरे के प्रति ज्यादा आकर्षण महसूस नहीं करते। वे एक-दूसरे के साथ ज्यादा समय भी नहीं बिताते और सिर्फ काम की बातों तक ही अपने आप को सीमित कर लेते हैं। यह रवैया सही नहीं है। संबंधों के प्रति आकर्षण बनाए रखना चाहिए। ऐसा नहीं होने पर आप भटकाव के शिकार हो सकते हैं।
4. समस्याओं से घबराएं नहीं
जीवन में एक ऐसी स्थिति आती है जब हर किसी को नई तरह की परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है और जिम्मेदारियां निभानी पड़ती हैं। इस दौरान कई तरह की समस्याएं आती हैं। उन समस्याओं का मिल कर सामना करें। उनसे घबराएं नहीं और न ही उनके लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराएं।
5. ज्यादा से ज्यादा समय साथ रहें
पति-पत्नी के बीच दूरी बढ़ने की एक वजह यह भी होती है कि वे एक-दूसरे को ज्यादा वक्त नहीं देते। पति जहां ऑफिस के कामों के बाद दोस्तों के बीच ज्यादा समय बिताने लगते हैं, पत्नियां घर के कामों में उलझी रहती हैं। वे एक रूटीन लाइफ जीने लगते हैं। इससे कुछ समय के बाद उनके जीवन में उदासीनता घर कर जाती है। इससे बचने के लिए पति और पत्नी का एक साथ ज्यादा से ज्यादा समय साथ रहना जरूरी है।