सार
आजकल रिलेशनशिप को खराब करने में स्मार्टफोन का रोल बढ़ता जा रहा है। प्रेमी-प्रेमिका एक-दूसरे का फोन चेक कर उनके राज जानना चाहते हैं। ऐसा वे शक-शुबहे की वजह से करते हैं। वैवाहिक संबंधों में भी स्मार्टफोन की वजह से कटुता बढ़ती जा रही है।
रिलेशनशिप डेस्क। आजकल रिलेशनशिप को खराब करने में स्मार्टफोन का रोल बढ़ता जा रहा है। प्रेमी-प्रेमिका एक-दूसरे का फोन चेक कर उनके राज जानना चाहते हैं। ऐसा वे शक-शुबहे की वजह से करते हैं। वैवाहिक संबंधों में भी स्मार्टफोन की वजह से कटुता बढ़ती जा रही है। अक्सर हसबैंड अपनी वाइफ का फोन चेक करने की कोशिश करते हैं। सीधी-सादी औरतों को तो इससे कोई परेशानी नहीं होती, लेकिन एजुकेटेड और मॉडर्न महिलाएं ऐसा करने पर भड़क उठती हैं। वे भी अपने पतियों के फोन चेक करना चाहती हैं। आजकल हर स्मार्टफोन पासवर्ड से खुलता है। इसे लेकर तकरार बढ़ जाती है। अक्सर पुरुष फेसबुक मेसेंजर और वॉट्सऐप पर कई औरतों के साथ मैसेज का आदान-प्रदान करते हैं। वहीं, अपनी पत्नियों को फेसबुक से मेसेंजर अनइंस्टॉल करने तक को कहते हैं। ऐसी स्थिति में संबंधों में तनाव होना स्वाभाविक है।
1. एक-दूसरे पर होता है शक
स्मार्टफोन और सोशल मीडिया के यूज से पति और पत्नी, दोनों को एक-दूसरे पर शक होता है। पतियों को लगता है कि कहीं उनकी पत्नियां किसी से चैटिंग तो नहीं करतीं या वॉट्सऐप पर किसी से उसकी ऐसी-वैसी बात तो नहीं होती। ऐसा ही शक पत्नियों को अपने पतियों पर भी होता है। इसलिए वे एक-दूसरे का फोन चेक करना चाहते हैं। ज्यादातर पति अपनी पत्नियों का डरा-धमका कर उनके फोन का पासवर्ड पता कर लेते हैं, जबकि अपना फोन उन्हें छूने तक नहीं देते।
2. प्यार होता है कम
जाहिर है, ऐसी स्थिति में पति-पत्नी या पार्टनर्स के बीच प्यार कम होने लगता है। शक-शुबहे के चलते उनके बीच दूरियां बढ़ने लगती हैं, जबकि वास्तव में ऐसा होता नहीं कि हर कोई स्मार्टफोन के जरिए किसी से फ्लर्ट करता हो। कई पुरुष ऐसा करते हैं। हो सकता है, औरतें भी ऐसा करती हों, लेकिन स्मार्टफोन संबंधों में जहर घोलने का काम तो कर ही रहा है, इसमें कोई शक नहीं है।
3. परस्पर भरोसे की कमी
कहते हैं कि किसी भी संबंध का आधार एक-दूसरे पर भरोसा है। अगर पति-पत्नी या प्रेमी-प्रेमिका के बीच भरोसा नहीं रहा तो रिलेशनशिप में दरार आना स्वाभाविक है। कोई भी व्यक्ति जब किसी से प्यार करता है तो उस पर पूरी तरह भरोसा करता है। अगर उसका भरोसा कम हो रहा हो तो इसका मतलब है कि प्यार में भी कमी आ रही है। इसके पीछे स्मार्टफोन की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता। वजह ये है कि इसका इस्तेमाल फ्लर्ट करने के लिए काफी किया जा रहा है।
4. सेल्फ कॉन्फिडेंस की कमी
जिन लोगों का सेल्फ कॉन्फिडेंस मजबूत होता है, वे अपनी गर्लफ्रेंड्स या पत्नियों का मोबाइल फोन चेक नहीं करते। ऐसा वे ही लोग करते हैं जिनमें आत्मविश्वास की कमी होती है। अपने पार्टनर का मोबाइल फोन चेक करना वाकई एक गलत आदत है।
5. वर्चस्ववादी मानसिकता
हमारे समाज में पुरुषों में अभी भी वर्चस्ववादी मानसिकता बनी हुई है। वे खुद तो कई औरतों के साथ सोशल मीडया पर संपर्क में रहते हैं और चैटिंग भी करते हैं, लेकिन यह नहीं चाहते की उनकी गर्लफ्रेंड या पत्नी किसी से नॉर्मल बात भी करे। दूसरे, जो खुद सोशल मीडिया पर रोमांस करते हैं, उन्हें यह शक ज्यादा होता है कि कहीं उनकी पार्टनर भी ऐसा तो नहीं करती।