सार

कई बार रिलेशनशिप में ऐसी स्थितियां बन जाती हैं कि लगता है कि इसे जारी रख पाना संभव नहीं हो सकेगा। गौरतलब है कि ऐसा अचानक या एकबारगी नहीं होता। इसके संकेत पहले से ही मिलने लगते हैं।
 

रिलेशनशिप डेस्क। कई बार रिलेशनशिप में ऐसी स्थितियां बन जाती हैं कि लगता है कि इसे जारी रख पाना संभव नहीं हो सकेगा। गौरतलब है कि ऐसा अचानक या एकबारगी नहीं होता। इसके संकेत पहले से ही मिलने लगते हैं। बहुत से कपल इन संकेतों को जल्दी समझ नहीं पाते हैं और तनाव झेलते रहते हैं। रिलेशनशिप को बनाए रखने के लिए आपसी समझदारी और तालमेल का होना बहुत जरूरी है। इसमें सैक्रिफाइस भी करनी पड़ती है। जरूरी नहीं कि हमेशा आपके मन की ही बात हो। पार्टनर की इच्छाओं का भी सम्मान करना पड़ता है। लेकिन जब पार्टनर्स के बीच कुछ खास तरह की समस्याएं बढ़ने लगती हैं तो रिलेशनशिप को जारी रख पाना मुश्किल हो जाता है। ब्रेकअप हमेशा किसी को भी भावनात्मक रूप से तोड़ डालता है, लेकिन आप एक दमघोंटू संबंध को ढोते रहें, इससे बेहतर है कि रिश्ते से समय रहते निकल जाएं। इसके बाद भी आप पार्टनर  के प्रति सम्मान की भावना बनाए रख सकते हैं। जानें क्या हैं ये संकेत।

1. कम्युनिकेशन गैप
एक सफल रिलेशनशिप के लिए पार्टनर्स के बीच कम्युनिकेशन का बना रहना जरूरी है। अगर पार्टनर्स आपस में बातचीत नहीं करते हों और एक-दूसरे से दूरी बनाए रखते हों तो इसका मतलब है कि उनमें परस्पर विश्वास की कमी है। पार्टनर्स अगर अपनी रोज-रोज की गतिविधियों के बारे में परस्पर बात करना पसंद नहीं करते तो रिश्ते को बनाए रख पाना मुश्किल हो जाता है।

2. इंटिमेसी का नहीं होना
रिलेशनशिप में इंटिमेसी नहीं हो तो रिश्ता लंबे समय तक नहीं चल सकता। रिसर्चर्स का कहना है कि रिलेशनशिप में अगर फिजिकल इंटिमेसी नहीं हो तो इससे पार्टनर्स में स्ट्रेस बढ़ने लगता है और उनमें खीज की भावना आ जाती है। फिजिकल इंटिमेसी से इमोशनल अटैचमेंट के साथ सेल्फ कॉन्फिडेंस भी बढ़ता है। लेकिन अगर इसकी कमी हो तो रिश्ता चल नहीं सकता। 

3. भरोसे का होना
रिलेशनशिप में पार्टनर्स के बीच भरोसे का होना जरूरी है। अगर पार्टनर्स के बीच ट्रस्ट नहीं हो और वे हमेशा एक-दूसरे पर शक करते हों तो यह रिलेशनशिप के लिए घातक होता है। भरोसे को किसी भी रिश्ते की बुनियाद कहा गया है। कुछ लोगों में शक की बीमारी पैदा हो जाती है। ऐसे लोग कभी रिश्ते का सही तरीके से निर्वाह नहीं कर पाते। उनमें अलगाव हो ही जाता है। 

4. एक-दूसरे पर ध्यान नहीं देना
कोई भी पार्टनर यह चाहता है कि जिसे वह प्यार करता है, वह उस पर खास ध्यान दे। उसकी छोटी से लेकर बड़ी समस्याओं में रुचि ले। लेकिन कुछ लोग बेपरवाह होते हैं। वे पार्टनर्स की समस्याओं में ज्यादा रुचि नहीं लेते। जाहिर है, ऐसा होने पर कोई भी यह महसूस कर सकता है कि उसे इग्नोर किया जा रहा है। अगर ऐसी स्थिति लंबे समय तक बनी रहे, तो रिलेशनशिप में दरार आ ही जाएगी।

5. पर्सनल लाइफ के बारे में नहीं बताना
प्यार के रिश्ते में कोई दुराव-छुपाव नहीं होता। इसमें सब कुछ खुला होता है। लेकिन अगर कोई पार्टनर अपनी पर्सनल लाइफ की बातें शेयर नहीं करता या पूछे जाने पर नेगेटिव रिएक्शन देता है तो इसका मतलब है कि उसे अपने पार्टनर पर पूरा भरोसा नहीं है। अगर कोई अपनी व्यक्तिगत बातों को, यादों को चाहे वो अच्छी हों या बुरी, पार्टनर से बताना पसंद नहीं करता तो इसका मतलब है कि उनके बीच रिश्ते की जड़ें गहरी और मजबूत नहीं हैं। ऐसा रिश्ता लंबे समय तक चल नहीं सकता।