सार
हिंदू धर्म में की जाने पूजा में मंत्रों का विशेष महत्व है। धर्म ग्रंथों के अनुसार मंत्रों का असर बहुत प्रभावी होता है। इनके असर से ग्रहों की विपरीत दशा का प्रभाव दूर कर सुख, शांति और सफलता पाई जा सकती है।
उज्जैन. ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार, मंत्र जाप करते समय कुछ लोग गलतियां भी कर बैठते हैं, जिनकी वजह से उन्हें उसका पूरा फल नहीं मिल पाता। आज हम आपको कुछ ऐसी ही गलतियों के बारे में बता रहे हैं, जो इस प्रकार है…
1. वैदिक मंत्रों का जाप सुबह और शाम को करना चाहिए। तंत्र से जुड़े मंत्रों का जाप रात के समय किया जा सकता है।
2. मंत्र जाप का समय एक ही रखें, बार-बार बदले नहीं। ऐसी स्थिति में मंत्र जाप का पूरा फल नहीं मिल पाता।
3. एक बार मंत्र जाप शुरू करने के बाद बार-बार स्थान न बदलें। मंत्र जाप के लिए एक स्थान तक कर लें।
4. मंत्र जाप शुरू करने से पहले किसी विद्वान से माला के बारे में जानकारी अवश्य लें। गलत माला का उपयोग करने पर मंत्र जाप का पूरा फल नहीं मिल पाता।
5. मंत्र जाप के लिए कच्ची जमीन, लकड़ी की चौकी, सूती या चटाई के आसन पर बैठना श्रेष्ठ है। सिंथेटिक आसन पर बैठकर मंत्र जाप न करें।
6. मंत्र जाप करते समय माला दूसरों को न दिखाएं। अपने सिर को भी कपड़े से ढंकना चाहिए।
7. माला को घुमाने के लिए अंगूठे और बीच की उंगली का उपयोग करें।