Char Dham Yatra 2024 Uttarakhand: उत्तराखंड की 4 धाम यात्रा इस बार 10 मई, शुक्रवार से शुरू हो रही है। इन 4 धामों में केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री शामिल हैं। आगे जानिए इस बार केदारनाथ और बद्रीनाथ के कपाट कब खुलेंगे…
Hindu Tradition: हिंदू धर्म में अनेक परंपराएं और मान्यताएं हैं। इन परंपराओं और मान्यताओं के पीछे कईं धार्मिक, वैज्ञानिक और मनोवैज्ञानिक तथ्य छिपे होते हैं। ऐसी ही कुछ परंपराएं मंदिर में दर्शन करने से जुड़ी हैं।
Kab Hai Masik Shivratri May 2024: भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को विशेष पूजा-व्रत किया जाता है। इसे मासिक शिवरात्रि और शिव चतुर्दशी भी कहते हैं।
Pili Puja Kyo Karwate Hai: ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की स्थिति ठीक न होने पर कईं विशेष तरह की पूजा करवाई जाती है, इन्हीं में से एक है पीली पूजा। ये पूजा आमतौर पर विवाह से पहले करवाई जाती है।
Mahakaal temple Ujjain: मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में विशेष यज्ञ की तैयारियां चल रही है। इस यज्ञ के लिए 70 फीट लंबी यज्ञशाला का निर्माण किया जा रहा है। यज्ञ में बड़-बड़े विद्वानजन शामिल होंगे।
Vaishakh Amawasya 2024 Date: हिंदू पंचांग के दूसरे महीने का नाम वैशाख है। इस महीने की अमावस्या तिथि का धर्म ग्रंथों में विशेष महत्व बताया गया है। इस बार वैशाख मास की अमावस्या तिथि 2 दिन रहेगी, जिसके चलते कन्फ्यूजन की स्थिति बन रही है।
Varuthini Ekadashi 2024: धर्म ग्रंथों के अनुसार, वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को वरुथिनी एकादशी कहते हैं। इस बार ये एकादशी मई 2024 में है। इसका महत्व अनेक धर्म ग्रंथों में बताई गई है।
Hindu tradition belief: हिंदू धर्म में विवाह के दौरान अनेक परंपराएं निभाई जाती हैं। विवाह में रिश्तेदारों को बुलाने के लिए पत्रिका और इन्वीटेशन कार्ड भी छपवाए जाते हैं। इस इन्वीटेशन कार्ड को छपवाते समय भी कईं बातों का ध्यान रखा जाता है।
vaishakh sankashti chaturthi vrat katha: इस बार 27 अप्रैल, शनिवार को वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है। इस दिन विकट संकष्टी चतुर्थी का व्रत किया जाता है। इस व्रत का खास महत्व है।
Hanuman Chalisa Aour Bajrang Baan Mai Kya Antar hai: हनुमानजी को प्रसन्न करने के लिए कईं स्त्रोतों और स्तुतियों की रचना की गई है, इनमें हनुमान चालीसा और बजंरग बाण भी शामिल हैं। लेकिन फिर भी इन दोनों में काफी अंतर है।