Astrology Upay: हिंदू धर्म ग्रंथों में दैनिक जीवन से जुड़े अनेक नियम बताए गए हैं। उसके अनुसार घर में बनी पहली और अंतिम रोटी स्वयं नहीं खानी चाहिए और न ही किसी परिजन को खिलानी चाहिए।
Holashtak 2024 Date: पंचांग के अनुसार होलिका दहन से पहले आने वाले 8 दिनों को होलाष्टक कहा जाता है। ज्योतिषियों के अनुसार, ये अशुभ समय होता है, इसलिए इस दौरान शुभ कार्य करने की मनाही होती है।
acharyashri vidyasagar passed away: जैन समाज के दिगंबर संप्रदाय के आचार्य विद्यासागर महाराज ने 17 फरवरी की देर रात शरीर त्याग दिया। मृत्यु से 3 दिन पहले उन्होंने समाधि लेकर अन्न-जल त्याग दिया था और मौन व्रत ले लिया था।
acharyashri vidyasagar passed away: जैन समाज के दिगंबर संत आचार्य श्री विद्यासागर ने 17 फरवरी की रात छत्तीसगढ़ के चंद्रगिरी तीर्थ में अपना शरीर त्याग दिया। आचार्य श्री विद्यासागर ने 3 दिन पहले ही 3 दिन का उपवास लिया था और अखंड मौन धारण कर लिया था।
Somvati Amavasya Kab Hai: धर्म ग्रंथों में सोमवती अमावस्या का विशेष महत्व बताया गया है। साल में 2-3 बार सोमवती अमावस्या का योग बनता है। सोमवती अमावस्या को स्नान-दान के लिए बहुत ही शुभ संयोग माना गया है।
Bhishm Dwadashi 2024: भीष्म पितामाह महाभारत के प्रमुख पात्र थे। ग्रंथों के अनुसार, युद्ध समाप्त होने के बाद माघ मास में इन्होंने अपने प्राणों का त्याग किया था। इस तिथि पर भीष्म पितामाह के लिए तर्पण-पिंडदान आदि किया जाता है।
Gupt Navratri 2024 Upay: इन दिनों माघ मास की नवरात्रि चल रही है, जिसे गुप्त नवरात्रि कहते हैं। 18 फरवरी, रविवार को गुप्त नवरात्रि का अंतिम दिन है। इस दिन कुछ खास उपाय करने से आपकी परेशानियां दूर हो सकती हैं।
Mahabharat Facts: महाभारत में कईं ऐसे रोचक फैक्ट्स हैं, जिनके बारे में लोगों को कम ही जानकारी है। ऐसा ही एक फैक्ट युधिष्ठिर से भी जुड़ा है। युधिष्ठिर ने महिलाओं को एक श्राप दिया था, जिसका असर आज भी है।
Kab Hai Maghi Purnima 2024: हिंदू पंचांग का 11 महीना माघ है। इस महीने का धर्म ग्रंथों में विशेष महत्व बताया गया है। इस महीने की पूर्णिमा बहुत शुभ मानी गई है। इस तिथि पर कल्पवास खत्म होता है।
BAPS Temple Inauguration In Abu Dhabi: 14 फरवरी, बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त अरब अमीरात के अबू धाबी में भव्य हिंदू मंदिर का उद्घाटन किया। ये मंदिर BAPS यानी बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था ने बनवाया है।