अच्छे स्वास्थ्य और सुंदर शरीर के लिए जरूरी है रोज नहाना। जो लोग प्रतिदिन नहाते हैं, उन्हें स्वास्थ्य और धर्म की दृष्टि से कई लाभ प्राप्त होते हैं। यदि ठीक सूर्योदय के समय हम स्नान करते हैं तो यह धर्म की नजरिए से बहुत शुभ होता है। शास्त्रों के अनुसार इन बातों का ध्यान हमें भी रखना चाहिए।
आज (16 अगस्त) सावन मास (Sawan 2021) का अंतिम सोमवार है। इस दिन भगवान शिव के साथ-साथ उनके परिवार के अन्य सदस्यों की पूजा व उपाय करने से पूरे शिव परिवार की कृपा हमें प्राप्त होती है। भगवान शिव के परिवार में देवी पार्वती, भगवान कार्तिकेय और गणेश जी हैं।
भगवान शिव एकमात्र ऐसे देवता हैं, जो सिर्फ एक लोटा जल चढ़ाने से भी प्रसन्न हो जाते हैं और अपने भक्तों की हर परेशानी दूर कर देते हैं, लेकिन जब उन्हें क्रोध आता है तो वे सृष्टि का विनाश भी कर देते हैं। भगवान शिव के स्वरूप से कई अस्त्र-शस्त्र जुड़े हैं।
पुराणों में लाइफ मैनेजमेंट के अनेक सूत्र बताए गए हैं। इन सूत्रों को अपने जीवन में उतारकर हम कई परेशानियों से बच सकते हैं और घर-परिवार में भी सुख-समृद्धि बनी रहती है।
हमारे देश में भगवान शिव के अनेक दिव्य और चमत्कारी मंदिर है। सावन मास में इन मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ती है। ऐसा ही एक मंदिर मथुरा में स्थित है, जिसे गोकर्णनाथ मंदिर कहा जाता है। मान्यता है कि गोकर्णेश्वर महादेव का यह मंदिर द्वापर युग का है यानी कई हजार साल पहले।
16 अगस्त को सावन (Sawan) मास का अंतिम सोमवार है। ज्योतिष शास्त्र (Astrology) के अनुसार, इस दिन अनुराधा नक्षत्र और ब्रह्म योग का विशेष संयोग बन रहा है। इस दिन कुछ खास उपाय करने से आपकी हर मनोकामना पूरी हो सकती है।
वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) कहता है कि घर में वास्तु दोष (Vastu dosh) होने से नकारात्मकता बढ़ती है, जिसकी वजह से भी बच्चे के मन की एकाग्रता(concentration) नहीं बन पाता है और बच्चे पढ़ाई (Study) करते समय बहुत जल्दी ऊब जाते हैं।
सावन (Sawan 2021) मास में शिव पूजा के साथ ही सूर्य पूजा का भी अपना विशेष महत्व है। रविवार (15 अगस्त) को सप्तमी तिथि होने से भानु सप्तमी (Bhanu Saptami 2021) का योग बन रहा है, सावन में ऐसा संयोग कम ही बनता है।
आचार्य चाणक्य (Chankya) ने अर्थशास्त्र की रचना की थी। आचार्य चाणक्य (Chankya) की नीतियां (Chankya Niti) आज के समय में भी बहुत प्रासंगिक हैं। नीतिशास्त्र की शिक्षाएं भले ही कठोर लगती हैं लेकिन ये आपको जीवन में सही राह दिखाती हैं। इनकी शिक्षा अनमोल है।
सावन (Sawan 2021) मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को गोस्वामी तुलसीदास की जयंती मनाई जाती है। इस बार ये तिथि 15 अगस्त, रविवार को है। गोस्वामी तुलसीदास (Goswami Tulsidas) ने रामचरित मानस (Shri Ramcharit Manas) में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के जीवन का काव्य रूप में वर्णन किया है।