लाख कोशिशों के बावजूद इंसान के हाथ में पैसा रूकता नहीं है। दिन-रात मेहनत करके इंसान जैसे ही पैसे एकत्र करता है कि तभी कोई बड़ी समस्या या जरूरत उसके सामने आ खड़ी होती है।
महाभारत को पांचवां वेद कहा गया है। इसके रचयिता महर्षि वेदव्यास के अनुसार जिस विषय का वर्णन इस ग्रंथ में नहीं है, उसका वर्णन कहीं भी नहीं है।
भारतीय वास्तु शास्त्र और चीनी फेंगशुई में एक बात समान है, दोनों ही पॉजिटिव, नेगेटिव ऊर्जा के आधार पर अपना कार्य करते हैं। फेंगशुई में ऊर्जा को बैलेंस करने के लिए कई उपाय बताए गए हैं। उन्हीं में से एक है खुशबूदार मोमबत्ती।
रत्न शास्त्र में नौ ग्रहों के नौ मुख्य रत्न और उनके सैकड़ों उपरत्न बताए गए हैं। ऐसा ही एक उपरत्न है पेरिडॉट। यह बुध के रत्न पन्ना का उपरत्न है।
उज्जैन. आज (23 अप्रैल, शुक्रवार) कामदा एकादशी है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा विशेष रूप से की जाती है। ये तिथि शुक्रवार को होने से इसका महत्व और भी बढ़ गया है क्योंकि ये दिन देवी लक्ष्मी की पूजा के लिए श्रेष्ठ माना गया है। ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार, इस शुभ योग में कुछ विशेष उपाय करने से भगवान विष्णु के साथ-साथ देवी लक्ष्मी की कृपा भी हमें प्राप्त हो सकती है। ये उपाय इस प्रकार हैं…
कई बार घर में नकारात्मकता बहुत ज्यादा हो जाती है। इसके कारण घर में रहने वाले लोग डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं। इस नकारात्मकता के माहौल से बाहर निकलने में वास्तु के कुछ छोटे और आसान उपाय आपकी मदद कर सकते हैं।
इन दिनों मुस्लिमों का पवित्र महीना रमजान चल रहा है। इस महीने में ईस्लाम धर्मावलंबी पूरे दिन भूखा रहकर रोजा रखते हैं और शाम को नमाज के बाद ही भोजन करते हैं। इसे इफ्तार कहते हैं।
चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को कामदा एकादशी कहते हैं। कामदा एकादशी को भगवान श्रीविष्णु का उत्तम व्रत कहा गया है। इस बार यह व्रत 23 अप्रैल, शुक्रवार को है।
नए घर में प्रवेश करना सभी के लिए बहुत खुशी का पल होता है। गृह प्रवेश करते समय बहुत सी बातों का ध्याना रखना जरूरी है तभी नए घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।
आज (21 अप्रैल, बुधवार) को चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि है। ये चैत्र नवरात्रि का अंतिम दिन होता है। बहुत से लोग नवमी तिथि पर ही दुर्गा प्रतिमा और जवारों को विसर्जन कर देते हैं, जबकि कुछ दशमी तिथि (22 अप्रैल, गुरुवार) पर।