उज्जैन. गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित श्रीरामचरित मानस में भगवान श्रीराम के चरित्र का अदुभुत वर्णन किया गया है। साथ ही इस ग्रंथ में लाइफ मैनेजमेंट से जुड़े अनेक सूत्र में बताए गए हैं। ये सूत्र आज के समय में भी प्रासंगिक हैं। तुलसीदास जी में अपने एक दोहे में बताया है कि विपत्ति के समय किन लोगों परीक्षा होती है…
धीरज धर्म मित्र अरु नारी।
आपद काल परिखिअहिं चारी।।
अर्थात- धीरज (धैर्य), धर्म, मित्र और पत्नी की परीक्षा कठिन समय में ही होती है।