दुनिया भर में भारत को उसकी संस्कृति व विविधताओं के लिए जाना जाता है। यहां का हर दिन एक त्योहार है। इसलिए भारत को त्योहारों का देश भी कहा जाता है।
वीडियो डेस्क। इस बार 6 मार्च, शुक्रवार को पुष्य नक्षत्र और एकादशी का शुभ योग बन रहा है। शुक्रवार देवी लक्ष्मी का दिन और एकादशी भगवान विष्णु की प्रिय तिथि है। इस दिन पुष्य नक्षत्र होने से ये दिन और भी विशेष
फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को आमलकी एकादशी कहते हैं। यह एकादशी सभी पापों का नाश करने वाली मानी गई है।
ज्योतिष शास्त्र में पुष्य को नक्षत्रों का राजा कहा जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस नक्षत्र में किए गए उपाय आदि का फल बहुत ही जल्दी मिलता है।
भारत को विविधताओं का देश कहा जाता है। यहां स्थान बदलने के साथ ही बोली, परंपराएं व रहन-सहन का तरीका भी बदल जाता है। यहां त्योहार मनाने का अंदाज भी अलग-अलग ही है।
वीडियो डेस्क। ज्योतिष में गुरु ग्रह को भाग्य और धर्म का कारक माना जाता है। इसीलिए कुंडली में इस ग्रह की स्थिति काफी महत्वपूर्ण होती है। जिन लोगों की कुंडली में ये ग्रह अशुभ स्थिति में होता है, उन्हें
हिंदू पंचांग के अनुसार हर महीने में दो बार त्रयोदशी तिथि आती है। इस तिथि पर भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए व्रत किया जाता है।
हिंदू पंचांग के अंतिम मास फाल्गुन की पूर्णिमा पर होलिका दहन किया जाता है और इसके अगले दिन होली (धुरेड़ी) खेली जाती है।
हिंदू धर्म में 4 वेद है। इन्हीं वेदों का ज्ञान उपनिषदों में भी है। इनकी संख्या 108 मानी गई है। ईशावास्योपनिषद् समस्त उपनिषदों में प्रथम उपनिषद् है।
हमारे धर्म ग्रंथों में ऐसे अनेक मंत्रों का वर्णन मिलता है जिसके नियमित जप से मुश्किल काम भी आसानी से हो जाते हैं तथा जीवन में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है।