सार

दुनिया भर में भारत को उसकी संस्कृति व विविधताओं के लिए जाना जाता है। यहां का हर दिन एक त्योहार है। इसलिए भारत को त्योहारों का देश भी कहा जाता है। 

उज्जैन. दुनिया भर में भारत को उसकी संस्कृति व विविधताओं के लिए जाना जाता है। यहां का हर दिन एक त्योहार है। इसलिए भारत को त्योहारों का देश भी कहा जाता है। यहां का हर त्योहार मानव सभ्यता को कुछ न कुछ संदेश देता है। होली (10 मार्च, मंगलवार) भी इन्हीं त्योहारों में से एक है। जानिए होली के पीछे छिपे लाइफ मैनेजमेंट के सूत्रों के बारे में-

1. संतुलन बनाएं रखें
ये तो सब जानते हैं कि होली रंगों से खेली और मनाई जाती है, लेकिन रंगों से ही क्यों? इसका कारण है कि पृथ्वी पर सारा जीवन सूर्य पर निर्भर है। सूर्य अपनी रोशनी व ऊर्जा को सात रंगों में पृथ्वी पर न्यौछावर करता है। यदि सात में से एक भी रंग घट या बढ़ जाए तो पृथ्वी की सारी व्यवस्था ही बिगड़ जाए। रंगों का निश्चित संतुलन हमें जीवन के हर क्षेत्र में संतुलन बनाने की अनमोल प्रेरणा देता है।

2. हमेशा नया सोचें
होली का पर्व वसंत ऋतु के आगमन की सुखद सूचना है। वसंत ऋतु नवसृजन व नवनिर्माण की ऋतु है। प्रकृति नवसृजन के लिए, परिवर्तन के लिए वसंत ऋतु में एक बेशकीमती मौका हमें देती है। यदि हम जागृत हैं, सजग हैं, तो इसका लाभ उठा सकते हैं।

3. समानता का भाव
जाति, धर्म, रंग-रूप, धन, यश आदि कितनी ही दीवारें इंसान को इंसान से बांटती हैं। इन दीवारों को तोड़कर एक रंग, एक मंच, एक उमंग, एक उत्साह में सराबोर होकर समत्व को अपनाना ही होली का संदेश है।