हिन्दी पंचांग का नवां माह अगहन 13 नवंबर से शुरू हो चुका है। ये माह 12 दिसंबर तक रहेगा। स्कंदपुराण के अनुसार, श्रीकृष्ण की कृपा पाने के लिए भक्तों को अगहन मास में व्रत-उपवास और विशेष पूजन आदि धर्म-कर्म करना चाहिए।
17 नवंबर, रविवार को सूर्य राशि बदलकर तुला से वृश्चिक में प्रवेश करेगा। सूर्य के इस राशि परिवर्तन से धर्म का प्रचार बढ़ेगा। जनता को मंहगाई से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।
आप जितना कमाते हैं उतना खर्च हो जाता है तो समझ लीजिए आपके घर में बरकत नहीं है। यानी आप कितना भी कमा लें, उसमें कुछ भी बचता नहीं है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस बार 13 नवंबर से अगहन मास शुरू हो चुका है, जो 12 दिसंबर तक रहेगा। इस महीने से जुड़ी कई परंपराएं भी हैं।
विदेश जाने का सपना तो कई लोग देखते हैं, लेकिन कुछ ही लोगों का ये सपना पूरा हो पाता है। कभी पैसे की कमी इस सपने के आड़े आ जाती है तो कभी कुछ समस्याएं आ जाती हैं।
महाभारत के उद्योग पर्व में महात्मा विदुर ने महाराज धृतराष्ट्र को उन 7 कामों के बारे में बताया है, जिन्हें करने से साधारण व्यक्ति को भी सफलता मिल सकती है।
हिंदू धर्म में व्यक्ति के जन्म से लेकर मृत्यु तक 16 कर्म अनिवार्य बताए गए हैं। इन्हें 16 संस्कार कहा जाता है। इनमें से हर एक संस्कार एक निश्चित समय पर किया जाता है।
हिंदू धर्म से जुड़ी अनेक परंपराएं हैं जिनके पीछे वैज्ञानिक और मनोवैज्ञानिक तथ्य भी छिपे हैं।
गरुड़ पुराण में तीन ऐसे लोगों के बारे में बताया गया है, जो हर किसी के जीवन में जरूरी होते हैं, लेकिन उनका स्वभाव या व्यवहार गलत होने पर वे जीवन में सुख-शांति लाने की जगह उसे बर्बाद भी कर सकते हैं।
महाभारत की कथा जितनी अनोखी है उतनी ही विचित्र है। शास्त्रों में इस ग्रंथों को पांचवे वेद भी कहा गया है। इसके लेखक महर्षि वेदव्यास हैं। इस ग्रंथ में ऐसी अनेक बातें हैं, जिसके बारे में कम ही लोग जानते हैं।