दीपावली पर देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए अनेक उपाय किए जाते हैं। इन उपायों में कई चीजों का उपयोग किया जाता है। ऐसी ही एक चीज है कमल गट्टा।
दीपावली (27 अक्टूबर, रविवार) की शाम को धन की देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन विधि-विधान से लक्ष्मी पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
कार्तिक मास की अमावस्या को दीपावली मनाई जाती है। इस बार ये पर्व 27 अक्टूबर, रविवार को है।
गीता के आखिरी अध्याय में कृष्ण अर्जुन को सन्यास के बारे में बताते हैं। वे सन्यास और त्याग के बीच का अंतर भी समझाते हैं। सन्यास अपनी इच्छाओं को खत्म कर देना है और त्याग अपने कर्म से मिलने वाले फल को अस्वीकार करना है।
धनतेरस (25 अक्टूबर, शुक्रवार) को खरीदी के लिए विशेष शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन नई चीजें घर लाने से सुख-समृद्धि बनी रहती है। इसी मान्यता के चलते इस दिन लोग जमकर खरीदी करते हैं।
दीपावली का नाम सुनते ही मन में मिठाइयों, पटाखों, रंगोली आदि की यादें ताजा हो जाती हैं। इसे अगर हिंदुओं का सबसे बड़ा त्योहार कहा जाए तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। इस बार ये पर्व 27 अक्टूबर, रविवार को है।
दीपावली पर सुख-समृद्धि के लिए देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है। पूजा के लिए देवी लक्ष्मी की अनेक तस्वीरें बाजार में उपलब्ध हैं, लेकिन उनमें से किस तस्वीर की पूजा से क्या फायदा या नुकसान हो सकता है, ये सभी लोग नहीं जानते।
मान्यता है कि दीपावली पर सिद्ध किया गया कोई भी यंत्र बहुत ही जल्दी शुभ फल प्रदान करता है। आज हम आपको ऐसे ही 5 यंत्रों के बारे में बता रहे हैं।
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को नरक चतुर्दशी, यम चतुर्दशी व रूप चतुर्दशी कहते हैं। इस बार यह पर्व 26 अक्टूबर, शनिवार को है।
किसी को भी कष्ट न पहुंचाने वाले शब्द बोलना, सत्य बोलना, प्रिय लगने वाले हितकारी शब्द बोलना और वेद-शास्त्रों का उच्चारण करते हुए अध्यन करना, वाणी सम्बन्धी तप कहा जाता है।