सार
शेफ़ील्ड शील्ड मैच में विक्टोरिया और क्वींसलैंड के बीच हुए पिंक बॉल मैच के पहले दिन गाबा में 15 विकेट गिर गए थे।
ब्रिस्बेन: एडिलेड में हुए डे-नाइट टेस्ट में भारत को तीन दिन में हराने के बाद, ऑस्ट्रेलिया ब्रिस्बेन में होने वाले तीसरे टेस्ट के लिए भी वैसी ही तेज और उछाल वाली पिच तैयार कर रहा है। पिछले दौरे पर भारत ने गाबा में ऑस्ट्रेलिया के अजेय रिकॉर्ड को तोड़ा था, लेकिन इस बार खेल बदल सकता है। 1988 के बाद गाबा में कभी न हारने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम को हराकर भारत ने 2020-21 सीरीज में ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। लेकिन इस बार खेल बदलने की बात खुद ब्रिस्बेन के क्यूरेटर कह रहे हैं।
भारत के बाद वेस्टइंडीज ने भी गाबा में ऑस्ट्रेलिया को हराकर इतिहास दोहराया था। लेकिन गाबा के क्यूरेटर डेविड सैंडर्सकी ने कहा कि भारत और वेस्टइंडीज के जीतने वाले मैच जनवरी के मध्य में हुए थे, जबकि इस बार भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट दिसंबर के पहले पखवाड़े में हो रहा है।
क्यूरेटर ने बताया कि टेस्ट का समय गाबा के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है, और इस बार दिसंबर में मैच होने के कारण गाबा की पिच में ज्यादा गति और उछाल होगा। उन्होंने कहा कि क्रिसमस से पहले होने वाले मैच में गाबा की असली तेज और उछाल वाली पिच भारत का स्वागत करेगी। जनवरी में होने वाले मैचों में गाबा की पिच बल्लेबाजी के लिए अनुकूल हो जाती है।
तेज और उछाल के लिए मशहूर गाबा की पिच से इस बार भी यही उम्मीद की जा सकती है। शेफ़ील्ड शील्ड मैच में विक्टोरिया और क्वींसलैंड के बीच हुए पिंक बॉल मैच के पहले दिन गाबा में 15 विकेट गिर गए थे। डेविड ने बताया कि भारत-ऑस्ट्रेलिया तीसरे टेस्ट के लिए भी लगभग वैसी ही पिच तैयार की जा रही है, जो बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों के लिए समान अवसर प्रदान करेगी।
शनिवार को भारत-ऑस्ट्रेलिया तीसरा टेस्ट शुरू होगा। पर्थ में हुए पहले टेस्ट में भारत ने जीत हासिल की थी, जबकि एडिलेड में हुए डे-नाइट टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने जीतकर पांच मैचों की सीरीज में बराबरी कर ली है।