सार

Harshit Rana: पुणे में भारतीय टीम ने इंग्लैंड को चौथे T20 इंटरनेशनल मुकाबले में 15 रनों से हरा दिया और सीरीज में कब्जा जमा लिया। इस मैच में एक नया विवाद पैदा हो गया है। जिसमें हर्षित राणा का कंकशन सब्स्टीट्यूट के तौर पर टीम में आना है।

 

Harshit Rana concussion substitute: भारत और इंग्लैंड के बीच 5 T20I मैचों की सीरीज का चौथा मुकाबला पुणे के मैदान पर खेला गया, जिसमें टीम इंडिया ने 15 रनों से जीत दर्ज की। साथ ही, सीरीज में 3-1 से अजेय बढ़त हासिल कर ली। इंग्लैंड के श्रृंखला हारते ही एक नया विवाद शुरू हो गया है। पुणे में भारतीय टीम पर चीटिंग करने के आरोप लगाए जा रहे हैं। जिसमें भारत द्वारा मैच में किए कंकशन सब्स्टीट्यूट शामिल है। जिसपर इंग्लिश टीम के कप्तान जोश बटलर ने नाराजगी जाहिर की है। आईए जानते हैं, कि आखिर पूरा मामला क्या था?

दरअसल, भारतीय पारी के दौरान शिवम दुबे 52 रन के स्कोर पर अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे। उसी दौरान तेज गेंदबाज की एक गेंद उनके हेलमेट पर लगी और वह अनकंफर्टेबल महसूस करने लगे। हालांकि, उन्होंने इनिंग के आखिरी बॉल तक बल्लेबाजी की। भारतीय टीम जब गेंदबाजी करने उतरी, तो दुबे की जगह हर्षित राणा को कंकशन सब्स्टीट्यूट के तौर पर मैदान में उतारा गया। वो इस मैच में बतौर 12वें खिलाड़ी के रूप में खेल रहे थे, जिसके कारण उन्हें डेब्यू करने का मौका दे दिया गया।

हर्षित राणा ने आते ही गेंदबाजी से मचा दिया बवाल

पुणे में एक समय 181 रनों को डिफेंड करती हुई भारतीय टीम पीछे चल रही थी, कि उसी दौरान तेज गेंदबाज हर्षित राणा गेंदबाजी करने आए और लियम लिविंगस्टन को 9 रन के व्यक्तिगत स्कोर पर पहले ही ओवर में पवेलियन भेज दिया। उसके बाद उन्होंने जैकब बेथल को भी चलता कर दिया। इतना ही नहीं, हर्षित ने मैच को इंग्लैंड की तरफ खींच रहे जेमी ओवरटर्न को भी 19 के व्यक्तिगत स्कोर पर आउट कर दिया। इस तरह उन्होंने डेब्यू करते हुए चार ओवर में 33 रन देखकर तीन विकेट झटके। उनकी शानदार प्रदर्शन के चलते टीम इंडिया मैच भी जीत गई।

Concussion Substitute Controversy: दुबे की जगह राणा, क्या सही था?

सब्स्टीट्यूट के फैसले से खुश नहीं हैं जोस बटलर

इंग्लैंड को मिली हार के बाद कप्तान जोस बटलर काफी नाराज दिखे और उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान इस नियम को गलत बताया। बटलर ने कहा कि "एक ऑलराउंडर की जगह गेंदबाज को रिप्लेस करना सही नहीं है। दुबे 125 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं। वहीं, हर्षित एक प्रॉपर तेज गेंदबाज हैं।" बटलर के अलावा पूर्व क्रिकेटर केविन पीटरसन और माइकल वॉन सहित कई खिलाड़ियों ने इस नियम की आलोचना की।

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