150 की रफ़्तार से दौड़ेगा ये तूफानी बॉलर, क्या टीम इंडिया में बनाएगा जगह?
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IPL 2025 - Mayank Yadav : वर्तमान में भारतीय क्रिकेट टीम के पास जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज के रूप में एक मजबूत तेज गेंदबाजी आक्रमण है. इनके अलावा एक और युवा खिलाड़ी भारतीय टीम में एंट्री करने वाला है. 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार.. बुलेट जैसी गेंदबाजी से घरेलू क्रिकेट में धूम मचाने के बाद आईपीएल में एंट्री की.
आईपीएल के पिछले सीजन में उन्होंने अपनी तेज गेंदबाजी से विश्व क्रिकेट का ध्यान अपनी ओर खींचा. यह खिलाड़ी और कोई नहीं बल्कि भारत के भावी गेंदबाजी स्पीड गन मयंक यादव हैं. मयंक यादव ने आईपीएल 2024 में लखनऊ सुपर जायंट्स (एलएसजी) के लिए खेला था.
अपनी बिजली की गति से गेंदबाजी.. 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी की सटीकता से उन्होंने सभी को प्रभावित किया. उनकी गेंदों का सामना करने में स्टार बल्लेबाजों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ा.
हालांकि, घरेलू क्रिकेट में दिल्ली का प्रतिनिधित्व करने वाले मयंक 30 अप्रैल को मुंबई इंडियंस के खिलाफ लखनऊ में हुए आईपीएल मैच के बाद से किसी भी प्रतिस्पर्धी मैच में नहीं खेले हैं.
मयंक चोट, पेट के निचले हिस्से में खिंचाव के दर्द से जूझ रहे थे. आईपीएल 2024 के शुरुआती भाग में वह चोटिल हो गए थे लेकिन बाद में ठीक होकर आईपीएल में खेले. उसके बाद एक बार फिर चोट के कारण क्रिकेट से दूर हो गए.
तब से, मयंक बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में डॉक्टरों और कोचों की देखरेख में प्रशिक्षण ले रहे हैं. हालांकि, उन्हें दलीप ट्रॉफी के लिए नहीं चुना गया.
साथ ही, वह दिल्ली प्रीमियर लीग (डीपीएल) से भी चूक गए. इससे क्रिकेट जगत में उनके भविष्य की योजनाओं को लेकर चर्चा तेज हो गई है.
मयंक को इस मुकाम तक पहुंचाने वाले सोनेट क्लब के कोच देवेंद्र शर्मा ने बताया कि तेज गेंदबाज मयंक यादव का एनसीए में पूरा ट्रेनिंग शेड्यूल है. पूर्व में जसप्रीत बुमराह, केएल राहुल, श्रेयस अय्यर, प्रसिद्ध कृष्णा, ऋषभ पंत को रिहैबिलिटेशन ट्रेनिंग दे चुके स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग कोच रजनीकांत शिवज्ञानम की देखरेख में मयंक हैं.
उन्होंने बताया कि अन्य सभी खिलाड़ियों की तरह वह भी रोजाना सुबह कुछ देर गेंदबाजी का अभ्यास करते हैं. इसके बाद रिहैबिलिटेशन सेशन, एक्सरसाइज रूटीन होता है. इसके बाद वह फिर से नेट्स पर अपनी गेंदबाजी का अभ्यास करते हैं.
"वह रोजाना आठ-दस ओवर गेंदबाजी करता है. मैंने उनसे पूछा कि दलीप ट्रॉफी टीम में उनका नाम क्यों नहीं है. इस पर मयंक ने जवाब दिया, 'सर, मैं अपने शरीर पर ज्यादा भार नहीं डाल सकता. मैं अभी व्हाइट-बॉल क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित नहीं कर सकता इसलिए मैंने इसमें नहीं जाने का फैसला किया.' देवेंद्र ने आईएएनएस को बताया.
अब तेज गेंदबाजी कोच के रूप में काम कर रहे भारत के पूर्व तेज गेंदबाज टीए शेखर का मानना है कि मयंक की गेंदबाजी तकनीक उन्हें चोटिल बना रही है. उन्होंने कहा, "उनकी तकनीक को इस तरह से ठीक करने की जरूरत है कि उन्हें कम चोटें लगें, क्योंकि अगर कोई 156 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करता है तो स्वाभाविक रूप से चोटें लगेंगी".
साथ ही, उन्होंने कहा कि वह एक युवा खिलाड़ी हैं और उनमें जबरदस्त क्षमता है, लेकिन उन्होंने ज्यादा क्रिकेट नहीं खेला है. इसलिए, उन्हें तुरंत टेस्ट मैच में नहीं डालना चाहिए. वहां अगर वह 20 ओवर गेंदबाजी करता है तो वह फिर से चोटिल हो जाएगा. इसलिए उन्हें कुछ समय के लिए छोटे प्रारूप में ही रखना चाहिए.
हालांकि, बेंगलुरु में दलीप ट्रॉफी के लिए खेलने वाले कुछ खिलाड़ियों को अभ्यास के दौरान मयंक ने यशस्वी जयसवाल को गेंदबाजी की. इससे इस तेज गेंदबाज के जल्द ही मैदान पर वापसी की उम्मीद जगी है. "अच्छी खबर यह है कि मयंक अभी गेंदबाजी कर रहे हैं.
वह एनसीए में काफी गेंदबाजी कर रहे हैं, इसलिए भविष्य की टीमों के लिए उन पर विचार किया जा सकता है. क्योंकि मयंक ने कहा, 'सर मैं फिट हूं, मुझे कोई दर्द नहीं है और मैं रोजाना आठ से दस ओवर गेंदबाजी करता हूं.' मुझे पूरा यकीन है कि वह आगामी सीजन में फिर से मैदान पर उतरेंगे” देवेंद्र ने कहा.