सार
बेंगलुरु: बेंगलुरु टेस्ट में एक रन से शतक चूक गए, लेकिन ऋषभ पंत ने एक भारतीय रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। 99 रन बनाकर आउट हुए पंत टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज़ 2500 रन बनाने वाले भारतीय विकेटकीपर बन गए हैं। उन्होंने यह उपलब्धि 62 पारियों में हासिल की। पंत ने 69 पारियों में 2500 रन बनाने वाले एम एस धोनी को पीछे छोड़ दिया।
82 पारियों में 2500 रन बनाने वाले फारुख इंजीनियर इस सूची में तीसरे स्थान पर हैं। 62 पारियों में 2500 रन बनाकर पंत भारत के 92 साल के टेस्ट इतिहास में 65 पारियों से कम में 2500 रन बनाने वाले पहले विकेटकीपर बन गए हैं। अगर आज पंत शतक बना लेते, तो सबसे ज़्यादा टेस्ट शतक लगाने वाले भारतीय विकेटकीपर का रिकॉर्ड भी उनके नाम हो जाता। फिलहाल, उनके और धोनी के नाम छह-छह शतक हैं।
टेस्ट में 99 रन पर आउट होने वाले दूसरे भारतीय विकेटकीपर भी ऋषभ पंत हैं। 2012 में मैनचेस्टर में इंग्लैंड के खिलाफ एम एस धोनी भी 99 रन पर आउट हुए थे। 36 टेस्ट में 2551 रन बना चुके पंत सातवीं बार 90 के स्कोर पर आउट हुए हैं। उनके नाम छह शतक और 12 अर्धशतक हैं। न्यूज़ीलैंड की पारी के दौरान घुटने में चोट लगने के कारण पंत तीसरे दिन विकेटकीपिंग नहीं कर पाए थे। घुटने के दर्द के बावजूद पंत चौथे दिन पाँचवें नंबर पर बल्लेबाज़ी करने उतरे।
231-3 के स्कोर पर चौथे दिन बल्लेबाज़ी करने उतरी भारतीय टीम सरफ़राज़ खान के शतक और ऋषभ पंत के अर्धशतक की बदौलत न्यूज़ीलैंड की 356 रनों की बड़ी बढ़त को पार कर गई। चौथे विकेट के लिए 177 रनों की साझेदारी करके ऋषभ पंत और सरफ़राज़ खान ने चौथे दिन भारत की वापसी की नींव रखी।