सार
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2023) विश्व स्तर पर सबसे आकर्षक टी20 फ्रेंचाइजी प्रतियोगिता बनी हुई है। लेकिन इसकी शानदार वित्तीय सफलता के पीछे क्या कारण है? संदीप राणा इस मिथक को डिकोड कर रहे हैं।
Economics of IPL. इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2023) विश्व स्तर पर सबसे आकर्षक टी20 फ्रेंचाइजी प्रतियोगिता बनी हुई है। लेकिन इसकी शानदार वित्तीय सफलता के पीछे क्या कारण है? संदीप राणा इस मिथक को डिकोड कर रहे हैं। कुछ डेढ़ दशक पहले जब आईपीएल शुरू हुआ था तो ज्यादातर स्टेडियम सूनसान ही नजर आते थे लेकिन धीरे-धीरे यह टूर्नामेंट भारतीयों की पहली पसंद बन गया। यही कारण है कि अब आईपीएल का क्रेज युवाओं के सिर चढ़कर बोल रहा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आईपीएल की टीमें कितनी दौलत इकट्ठा कर रही हैं? अगर आप सिर्फ अंदाजा लगा रहे हैं तो यह खबर आपके लिए है क्योंकि हम आपको बताने जा रहे हैं आईपीएल की कमाई कैसे दिन दूनी रात चौगुनी के हिसाब से बढ़ती जा रही है।
फॉर्मूला नंबर वन- कैसे होती है BCCI की कमाई?
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) आईपीएल से कई माध्यमों से कमाई करता है। यह कमाई कई तरह से होती है। ब्रॉडकास्टिंग अधिकार से लेकर फ्रेंचाइजी एलाटमेंट तक। प्लेयर्स के सेलेक्शन से लेकर टिकटों की बिक्री तक हर जगह भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड कमाई करता है।
पहले जानें प्रसारण अधिकार की कमाई
बीसीसीआई आईपीएल के प्रसारण अधिकार बेचने से सबसे ज्यादा कमाई करता है। ब्रॉडकास्टर आईपीएल मैचों को टेलीविजन और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर प्रसारित करने के अधिकार के लिए बीसीसीआई को भुगतान करते हैं। यह भुगतान साल दर साल बढ़ता ही जा रहा है और बीसीसीआई उस पैसे का एक हिस्सा आईपीएल टीमों के साथ शेयर करता है।
इन 5 मोर्चे पर होती है आईपीएल से कमाई
- आईपीएल के मीडिया राइट्स
- आईपीएल की स्पांसरशिप
- आईपीएल के टिकटों की बिक्री
- आईपीएल की मर्चेंडाइजिंग
- आईपीएल की प्राइज मनी
- फ्रेंजाइजी फीस से होती है कमाई
आईपीएल टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाली हर टीम बीसीसीआई को सालाना वार्षिक फ्रैंचाइजी शुल्क का भुगतान करती है। यह रकम भी काफी ज्यादा है। टीम के स्थान और अन्य कारणों के आधार पर लागत अलग-अलग होती है। लेकिन बीसीसीआई की सालाना कमाई करोड़ों रुपये की होती है।
प्रायोजन सौदे से बीसीसीआई को फायदा
बीसीसीआई उन कंपनियों के प्रायोजन सौदों से भी पैसा कमाता है जो खुद को आईपीएल से जोड़ना चाहती हैं। ये सौदे लाखों रुपये के होते हैं और बीसीसीआई उस पैसे का सिर्फ कुछ हिस्सा ही आईपीएल टीमों के साथ शेयर करती है। मतलब यह कि हर सौदे में बीसीसीआई और फ्रेंचाइजी टीमें कमाई करती हैं।
अब जानें कितना कमाता है बीसीसीआई
इंडियन प्रीमियर लीग से BCCI की कमाई का कोई जोड़ नहीं है। अब यह जान लें कि डिज्नी प्लस स्टार ने ₹23,575 करोड़ में आईपीएल के लिए टेलीविजन अधिकार खरीदे हैं। वायकॉम18 ने ₹23,750 करोड़ के ढाई बंडल हासिल किए हैं। इसमें डिजिटल, गैर-डिजिटल अधिकार और कुछ विदेशी देशों में प्रसारण के अधिकार शामिल हैं। अगर हम पिछले टूर्नामेंट की तुलना करें तो आईपीएल में 3 गुना की वृद्धि देखी गई है। यह धनराशि नेशनल फुटबॉल लीग (एनएफएल) के 17मिलियन डॉलर से ज्यादा है। इसका मतलब साफ है कि बीसीसीआई सिर्फ आईपीएल 2023 में भारतीय उपमहाद्वीप में टीवी और डिजिटल राइट्स से प्रति गेम ₹107.5 करोड़ कमाने के लिए तैयार है।
टिकटों की बिक्री से कमाई
आईपीएल की कमाई का बड़ा स्रोत टिकटों की बिक्री का भी है। बीसीसीआई आईपीएल मैचों के लिए टिकट बिक्री से राजस्व का एक हिस्सा कमाता है। यह राजस्व खेले गए खेलों की संख्या और उन स्थानों के आकार के आधार प अलग होता है, जहां मैच आयोजित किए जाते हैं।
आईपीएल बनाम ग्लोबल स्पोर्ट्स लीग
बीसीसीआई सचिव जय शाह ने आईपीएल के मूल्य की तुलना यूएस में नेशनल फुटबॉल लीग (एनएफएल) से की है। वह लीग 1920 में शुरू हुई थी। आईपीएल की तरह ही एनएफएल राजस्व के लिए मीडिया अधिकारों पर बहुत अधिक निर्भर करता है। एनएफएल में 32 टीमें हैं और यह साल में 5 महीने का सीजन है। जिसमें मीडिया अधिकारों, बिक्री और लाइसेंसिंग अनुबंधों से पैसा कमाया जाता है। अब आईपीएल भी साल में दो महीने तक पहुंच चुका है और उसकी कमाई दुनिया के सबसे बड़े लीग के आसपास पहुंच चुकी है। यह जल्द ही दुनिया की सबसे ज्यादा कमाई वाला लीग टूर्नामेंट बनने वाला है।
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