सार

बीसीसीआई सचिव जय शाह का कार्यकाल अगले साल पूरा हो रहा है। तीसरी बार सचिव बनने के लिए उनको कूलिंग पीरियड में जाना होगा। ऐसे में वह अभी अपना पद छोड़ने का फैसला ले सकते हैं।

BCCI: दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड बीसीसीआई के सचिव जय शाह अपना पद छोड़ सकते हैं। शाह, क्रिकेट के अंतरराष्ट्रीय संस्था आईसीसी के अगले अध्यक्ष बनने की राह में हैं। उनके पक्ष में आईसीसी बोर्ड के 16 में करीब 15 मेंबर्स हैं। अगर जय शाह आईसीसी चेयरमैन बन जाते हैं तो बीसीसीआई को अपना नया सचिव खोजना होगा। आईसीसी चेयरमैन इलेक्शन के लिए 27 अगस्त को नॉमिनेशन की लास्ट डेट है।

जय शाह क्यों छोड़ सकते हैं बीसीसीआई?

दरअसल, जय शाह दूसरी बार बीसीसीआई के सचिव बने हैं। दूसरे कार्यकाल के खत्म होने में अभी एक साल बचा हुआ है। वह तीसरी बार सचिव नहीं बन सकते। इसके लिए उनको तीन साल की कम से कम कूलिंग पीरियड में रहना होगा। यानी लगातार छह साल सचिव रहने के बाद उनको पद छोड़ना होगा। ऐसे में वह आईसीसी का चेयरमैन चुन लिए जाते हैं तो बीसीसीआई में वापसी के लिए वह अपने कूलिंग पीरियड को भी इंटरनेशनल कौंसिल में रहकर बीता सकते हैं।

27 अगस्त तक नामांकन की लास्ट डेट

आईसीसी चेयरमैन पद के लिए हो रहे चुनाव में नामांकन की आखिरी तारीख 27 अगस्त है। नया आईसीसी चेयरमैन 1 दिसंबर को पदभार संभाल लेगा। जय शाह की राह आईसीसी में इसलिए आसान दिख रही है क्योंकि उनके पक्ष में बोर्ड के 16 में से 15 मेंबर्स हैं।

कौन-कौन है बीसीसीआई सचिव बनने की रेस में...

बीसीसीआई सचिव बनने की रेस में कई बड़े नाम हैं। हालांकि, माना यह जा रहा है कि दुनिया के सबसे अमीर बोर्ड के सचिव पद की कमान शाह एंड कंपनी अपने किसी खास को देगी ताकि परोक्ष रूप से पूरा नियंत्रण रह सके और कूलिंग पीरियड के बाद उनकी वापसी में कोई रोड़ा न हो।

सचिव बनने की रेस में राजीव शुक्ला का नाम सबसे आगे है। कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला लंबे समय से बीसीसीआई में हैं और उनका सभी गुटों में समान पकड़ है। ऐसे में माना जा रहा है कि शाह गुट को कोई आपत्ति न हो। महाराष्ट्र बीजेपी के दिग्गज नेता आशीष शेलार भी इस रेस में तेज हैं। वह वर्तमान में बोर्ड के कोषाध्यक्ष हैं। आईपीएल चेयरमैन अरुण धूमल भी बीसीसीआई में अनुभवी सचिव की कमी पूरा कर सकने में सक्षम हैं। इसके अलावा संयुक्त सचिव देवजीत लोन सैकिया भी इस महत्वपूर्ण पद के लिए जोर लगा रहे।

नए चेहरों पर भी लगा सकते दांव

जय शाह एंड कंपनी, दिल्ली क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन रोहन जेटली को या अविषेक डालमिया को भी सामने ला सकती है। रोहन जेटली, पूर्व मंत्री अरुण जेटली के सुपुत्र हैं तो अविषेक डालमिया, पूर्व चेयरमैन जगमोहन डालमिया के बेटे हैं। इसे अलावा पंजाब के दिलशेर खन्ना, गोवा के विपुल फड़के, छत्तीसगढ़ के प्रभतेज भाटिया के नामों पर भी विचार किया जा सकता है या कोई ऐसे चेहरे पर दांव लगाया जा सकता जोकि केवल एक रबरस्टैंप की तरह हो।

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