स्पोर्ट्स डेस्क : एक मशहूर बॉलीवुड गाने की लाइन है- 'राह पर कांटे बिखरे अगर उस पर तो फिर भी चलना ही है.. यह हौसला कैसे टूटे...' कुछ इसी तरह से 19 साल की लड़की ने कांटों भरी राह पर चलकर अपने हौसले को टूटने नहीं दिया और नक्सलियों द्वारा पिता की हत्या कर देने के बाद भी सुप्रीति कच्छप (Supriti Kachhap) नाम की इस लड़की ने अपने हौसले को इतना मजबूत किया कि आज खेलो इंडिया (Khelo India Games) में उसने गोल्ड मेडल हासिल किया है। इतना ही नहीं अंडर-18 3000 मीटर दौड़ में 9.46.14 मिनट में पूरा कर उसने नेशनल रिकॉर्ड भी बनाया। आइए आपको बताते हैं इस लड़की की कहानी...