बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में 27 सदस्यीय नई कैबिनेट बनी है। इसके गठन में जातीय समीकरणों का खास ध्यान रखा गया है। राजपूत और दलित समुदाय से सबसे ज्यादा 4-4 मंत्री शामिल किए गए हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में प्रचंड जीत के बाद, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में नई एनडीए सरकार का गठन हो चुका है। मुख्यमंत्री समेत कुल 27 मंत्रियों को कैबिनेट में शामिल किया गया है, जिसके गठन में जातीय समीकरणों का खूब ख्याल रखा गया है। नई कैबिनेट में राजपूत और दलित समुदाय से सबसे ज्यादा मंत्री बनाए गए हैं, जिसके बाद कुशवाहा और भूमिहार समुदाय को तवज्जो मिली है।
1. राजपूत और दलित समुदाय को सबसे अधिक प्रतिनिधित्व
- राजपूत और दलित समुदाय को इस कैबिनेट में सबसे अधिक प्रतिनिधित्व मिला है, जिसमें दोनों समुदायों से 4-4 मंत्री बनाए गए हैं।
- राजपूत मंत्री: जमुई विधायक श्रेयसी सिंह, महुआ विधायक संजय कुमार सिंह, आरा विधायक संजय सिंह टाइगर और धमदाहा विधायक लेसी सिंह।
- दलित मंत्री: भोरे विधायक सुनील कुमार, एमएलसी अशोक चौधरी, लखेंद्र रौशन और बखरी विधायक संजय पासवान।
2. कुशवाहा और कुर्मी समुदाय
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वयं कुर्मी समुदाय से हैं। कुशवाहा और कुर्मी समुदाय से कई लोगों को कैबिनेट में शामिल हैं। सबसे पहले तो खुद नीतीश कुमार कुर्मी जाती से आते हैं। इसके साथ ही मंत्री श्रवण कुमार भी कुर्मी समुदाय से हैं। वहीं कुशवाहा मंत्रियों की लिस्ट में उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, सुरेंद्र मेहता और दीपक प्रकाश का नाम शामिल है।
3. वैश्य और निषाद/यादव समुदाय
कैबिनेट में वैश्य, निषाद और यादव समुदायों को भी जगह दी गई है। वैश्य समुदाय से दिलीप जायसवाल, नारायण प्रसाद, प्रमोद कुमार और अरुण शंकर प्रसाद (सूड़ी समुदाय) को मंत्री बनाया गया है। वैश्य समुदाय को बीजेपी का कोर वोटर्स माना जाता है, और ये सभी नेता बीजेपी कोटे से मंत्री बने हैं।
- निषाद मंत्री (2): मदन सहनी और रमा निषाद।
- यादव मंत्री (2): रामकृपाल यादव और विजेंद्र यादव।
4. भूमिहार, ब्राह्मण और अन्य समुदाय
- भूमिहार और ब्राह्मण (3 मंत्री): इस समुदाय से कैबिनेट में विजय कुमार चौधरी, मंगल पांडे और विजय सिन्हा कैबिनेट में शामिल किए गए हैं।
- कायस्थ: नितिन नबीन को कैबिनेट में शामिल किया गया है।
- मुसहर (अति पिछड़ा): जीतन राम मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन को भी कैबिनेट में शामिल किया गया है।
- मुस्लिम: चैनपुर विधायक जमा खान इकलौते मुस्लिम मंत्री बनाए गए हैं।
महिला प्रतिनिधित्व
नीतीश कैबिनेट में महिला प्रतिनिधित्व का भी ख्याल रखा गया है। कैबिनेट में महिलाओं की तरफ से श्रेयसी सिंह, लेसी सिंह और रमा निषाद को मंत्री बनाया गया है, जो सदन में उनकी बढ़ती राजनीतिक ताकत को दर्शाता है।
