सार
स्वास्थ्य महकमे की तरफ से जिले के सरकारी अस्पतालों में फ्री कंडोम बाक्स लगाए गए हैं, जो लोग झिझक, शर्म या संकोच की वजह से मेडिकल स्टोर्स से कंडोम नहीं खरीद पाते थे। वह यहां से बिना किसी हिचकिचाहट के कंडोम प्राप्त कर सकते हैं.
बालोद। स्वास्थ्य महकमे की तरफ से जिले के सरकारी अस्पतालों में फ्री कंडोम बाक्स लगाए गए हैं। इनसे कोई भी फ्री में कंडोम प्राप्त कर सकता है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जो लोग झिझक, शर्म या संकोच की वजह से मेडिकल स्टोर्स से कंडोम नहीं खरीद पाते थे। वह यहां से बिना किसी हिचकिचाहट के कंडोम प्राप्त कर सकते हैं। योजना का मुख्य उददेश्य जनसंख्या पर नियंत्रण पाना है। जिला अस्पताल से इसकी शुरुआत भी कर दी गयी है।
जिला अस्पताल में दो जगहों पर लगे बाक्स
दरअसल, जिला अस्पताल में पहली बार परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत यह शुरुआत की गई है। अस्पताल में 10 जगहों को चिन्हित कर कंडोम बॉक्स लगाया जाएगा। शुरुआती तौर पर दो जगह कंडोम बाक्स लगाया गया है। एक बाक्स ओपीडी और एक अन्य जगह पर लगा है। ओपीडी में काउंटर से दवाई लेते समय लोग अपने पास लगे बॉक्स से कंडोम खुद निकाल सकते हैं। इसके लिए उन्हें कोई भुगतान नहीं करना होगा।
हर सीएचसी पर पांच और पीएचसी पर लगेंगे दो कंडोम बाक्स
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) पर कंडोम बाक्स लगाए जाएंगे। सीएचसी में पांच-पांच व पीएचसी में दो-दो बॉक्स लगाने की योजना है। सीएचसी के तीन उपकेंद्रों पर एक-एक बॉक्स लगाए जाएंगे। कंडोम बाक्स लगाने की शुरुआत हो चुकी है और इसकी मॉनिटरिंग भी की जा रही है।
जागरुकता की कमी से लोग कंडोम खरीदने से हैं बचते
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जेएल उईके के अनुसार, यह शुरुआत बालोद के लिए वरदान से कम नहीं है। दरअसल, बालोद जिला, एक कस्बे की तरह है। वर्तमान परिवेश में भी इलाके में तमाम लोगों में जागरूकता की कमी है। इसी वजह से लोग कंडोम खरीदने से बचते हैं। ऐसे लोगों के लिए कंडोम बॉक्स उपयोगी साबित होगा। कार्य योजना बनाकर हर जगहों पर इस बॉक्स को पहुंचाया जाएगा। लोग इसमें से कंडोम ले जाकर इस्तेमाल कर सकेंगे।
सास-बहू सम्मेलन की भी शुरुआत
जिले के स्वास्थ्य विभाग की तरफ से परिवार नियोजन के लिहाज से सास-बहू सम्मेलन की भी शुरुआत की गयी है। इसके अन्तर्गत हास्पिटल में आने वाली महिलाओं को एक स्पेशल बाक्स दिया जाता है। उसमें बिंदी, श्रृंगार का सामान व गर्भनिरोधक गोलियां होती हैं। सम्मेलन का मकसद महिलाओं को प्रोत्साहित करना है। विभाग की तरफ से इसे 'नई पहल' नाम दिया गया है।