सार

बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और राजस्थान में ठगी के कारोबार में सफल होने के बाद शातिर दुर्ग पहुंचा और बहुत ही शातिराना अंदाज में एक स्कूली रिक्शे से वाले से आधार कार्ड लिया, फर्जी दस्तावेज लगाकर आफिस खोला और फिर ठगी का सिलसिला शुरु कर दिया।

भिलाई। बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और राजस्थान में ठगी के कारोबार में सफल होने के बाद शातिर दुर्ग पहुंचा और बहुत ही शातिराना अंदाज में एक स्कूली रिक्शे से वाले से यह कहकर उसका आधार कार्ड लिया कि बच्चे को स्कूल भेजना है और उसी पर अपनी फोटो चिपकाकर फर्जी आधार कार्ड बनवाया फिर फर्जी दस्तावेज लगाकर लाइसेंस लिया, आफिस खोला और फिर ठगी का सिलसिला शुरु कर दिया।

महिलाओं को काली मोतियों की माला गूंथने के नाम पर रोजगार का झांसा दिया। 2 महीने में 6 हजार महिलाओं से 1.80 करोड़ रुपये ठगे और एक दिन अचानक फरार हो गया। शातिर को पकड़ने के लिए लगातार दो महीने तक पुलिस टीमें उसे ट्रेस करती रहीं। पुलिस की गिरफ्त में आए शातिर सोनू कुमार ने ठगी के पैंतरों के जो खुलासे किए हैं, उन्हें सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे। ठग, बीकानेर में केस दर्ज होने के बाद दुर्ग आया था।

जेल में सीखे ठगी के पैंतरे

पुलिसिया पूछताछ में पता चला कि आरोपी सोनू कुमार वर्ष 2016 में ठगी के केस में पटना के बेउर जेल में एक महीने तक बंद था। वहीं उसने ठगी के पैंतरे सीखें। जेल में मिले अपराधियों ने उसे अपराध के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में बताया। ताकि वह पुलिस की पकड़ से दूर रह सके। इसी पैंतरे के तहत उसने दुर्ग पहुंचते ही पहले फर्जी आधार कार्ड बनवाया। वह हर जगह ठगी के लिए यही पैंतरें अपनाता था।

लोगों की बद्दुआ न लगें, इसलिए करता था ये काम

ठग सोनु कुमार लोगों की बद्दुआ से बचने के लिए टोटके भी करता था। दुर्ग रेलवे स्टेशन के नजदकी एक व्यापारी से डेली 100 कबूतर खरीदता और उन्हें उड़ा देता था। बताया जा रहा है कि आरोपी ने 2 महीने में 1.20 लाख के कबूतर उड़ाए। गाय को डेली 25 किलो चावल खिलाता था।

हाजीपुर, पटना, जबलपुर, बीकानेर और बरेली में भी कर चुका है ठगी

ठगी का धंधा चमकाने के लिए गांव के ही एक शख्स से आरोपी ने 12 लाख रुपये उधार लिए थे। दुर्ग से फरार होने के बाद पहले उसने उधार लिए पैसे चुकाए। एक कार और सोने की चेन खरीदी। मॉं का इलाज के साथ घर की मरम्मत कराई और मौज करने नेपाल निकल गया। अब वह यूपी के वाराणसी में ठगी के मकसद से एक आफिस खोलने की तैयारी में था। पुलिस ने उसके पास से 1.64 लाख रुपये और गाड़ी जब्त की है। इसके पहले वह हाजीपुर, पटना, जबलपुर, बीकानेर और बरेली में ठगी कर चुका है।

ऐसे खरीदता था मोबाइल

आरोपी के ठगी के पैंतरे भी ऐसे कि उसे सुनकर आम आदमी दंग रह जाए। ठग एक वकील से सिर्फ 500 रुपये में फर्जी आधार कार्ड बनवाता था। उसी से वह मोबाइल खरीदता और उन्हीं नम्बरों से ठगी के सारे डील करता था। उन नम्बरों से वह अपने घर कभी बात नहीं करता था।

दो महीने में 30 लाख के मोती लाकर दिए

ठगी का यह कारोबार असली लगे इसके लिए ठग पूरी तैयारी करता था। उसने दो महीनों में महिलाओं को काली मोतियों की माला गूंथने के लिए 30 लाख रुपये के मोती लाकर दिए थे। आफिस में 30 कर्मचारी हायर किए थे।

क्या है मामला?

दुर्ग के इंदिरा मार्केट के प्रेम कमल कांप्लेक्स में होम ग्रोन कॉरपोरेशन आफिस खोलकर महिलाओं से ठगी हुई। आरोपी सानू कुमार उर्फ कुमार सानू (24) ग्राम गोगारी, खगड़िया, बिहार का रहने वाला है। उसने महिलाओं को साढ़े तीन किलो मोती की माला गूंथकर देने पर साढ़े तीन हजार रुपये देने का झांसा दिया था और इसके एवज में सिक्योरिटी मनी के रूप में हर महिला से ढाई-ढाई हजार रुपये लिए थे। आरोपी का सहयोगी संजय कुमार उर्फ आनंद कुमार (26) रानीपुर, फुलवारी शरीफ, पटना निवासी भी पकड़ा गया है। वह दिल्ली में काली मोतियां खरीदने का काम करता था।