Chhattisgarh Kaala Jadu Case: क्या 5 लाख को 2.5 करोड़ में बदलने वाला काला जादू असल में मौत का जाल था? छत्तीसगढ़ के कोरबा में 3 लोगों की संदिग्ध मौत-क्या तांत्रिक का तंत्र-मंत्र घातक धोखा था या ज़हर से खेली गई साजिश? पुलिस हर एंगल से सच तलाश रही है।
कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने पूरे प्रदेश को हिला दिया है। करोड़पति बनने की चाह में तीन लोग ऐसे काले जादू की रस्म में फंस गए, जो उनके लिए मौत का जाल बन गई। 5 लाख रुपये को काले जादू से 2.5 करोड़ में बदलने का दावा करने वाले कथित तांत्रिक ने ऐसा खेल रचा कि तीनों की रहस्यमयी हालत में मौत हो गई। पुलिस इस केस को धोखाधड़ी, जादू-टोना और हत्या के शक के बीच जांच रही है। यह पूरा मामला न सिर्फ अंधविश्वास पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि आज भी कई लोग चमत्कार के नाम पर जान जोखिम में डाल देते हैं।
काला जादू की रस्म में मौत: क्या हुआ उस रात?
मामला कोरबा के उरगा थाना क्षेत्र के बरबसपुर इलाके का है। स्क्रैप कारोबारी मोहम्मद अशरफ मेमन, तुलसी नगर के सुरेश साहू और दुर्ग निवासी नीतीश कुमार-ये तीनों व्यक्ति कथित तांत्रिक राजेंद्र कुमार की “धन बढ़ाने वाली रस्म” में शामिल होने पहुंचे थे। तांत्रिक ने दावा किया था कि वह तंत्र-मंत्र से 5 लाख को 2.5 करोड़ में बदल सकता है। बुधवार रात करीब 11 बजे अशरफ के फार्महाउस में काला जादू की रस्म शुरू हुई।
कैसे हुआ खतरनाक अनुष्ठान? एक-एक कर अंदर भेजा गया और फिर... मौत
रात करीब 11 बजे अशरफ मेमन के फार्महाउस में रस्म शुरू हुई। पुलिस जांच के दौरान जो बातें सामने आईं, वे बेहद डरावनी हैं:
- तांत्रिक ने तीनों को एक-एक करके अलग कमरे में भेजा।
- हर व्यक्ति को एक नींबू दिया गया।
- रस्सी से जमीन पर एक घेरा बनाया गया।
- कमरे का दरवाजा बंद कर दिया गया।
बाहर मौजूद लोगों से कहा गया कि 30 से 60 मिनट बाद दरवाजा खोलना। घरवालों के अनुसार, जब कमरा खोला गया तो तीनों लोग जमीन पर पड़े हुए थे बिल्कुल बेहोश, बिना किसी हरकत के। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
कमरे से पुजा का सामान, नींबू और कैश मिला
मौके से नींबू, रस्सी, पूजा की थाली और कुछ कैश बरामद हुआ है। इससे पता चलता है कि वहां कोई गुप्त अनुष्ठान चल रहा था। पुलिस के मुताबिक, परिवार वालों ने शवों पर खरोंच और चोट के निशान देखे, जिसके बाद गला घोंटकर हत्या की आशंका मजबूत हुई। कोरबा SP सिद्धार्थ तिवारी का कहना है कि परिवार ने गले पर निशान देखे हैं यानी गला घोंटने की संभावना ज्यादा है।हालांकि, कोरबा CSP भूषण एक्का ने कहा कि शुरुआती लक्षण ज़हर की तरफ भी इशारा करते हैं। अब पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि मौत ज़हर, दम घुटने या किसी और तरीके से हुई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कारण साफ होगा।
तांत्रिक और उसके साथी पुलिस हिरासत में
पुलिस ने इस मामले में कथित तांत्रिक राजेंद्र कुमार समेत उसके चार-पांच साथियों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ जारी है। पुलिस का दावा है कि जांच कई एंगल से की जा रही है।
छत्तीसगढ़ में काला जादू और अंधविश्वास के बढ़ते मामले
छत्तीसगढ़ में जादू-टोना रोकथाम एक्ट मौजूद होने के बावजूद ऐसे अपराध लगातार सामने आ रहे हैं। सरकारी डेटा बताता है कि:
- जनवरी 2020 से जून 2024 तक 54 लोग अंधविश्वास से जुड़ी घटनाओं में मारे गए
- हर साल 200 से ज्यादा हिंसक घटनाएं दर्ज होती हैं
- NCRB-2021 के अनुसार भारत में सबसे ज्यादा जादू-टोना के केस छत्तीसगढ़ में दर्ज हुए
- 2005–2017 के बीच यहां करीब 1,350 मामले सामने आए
यह संख्या साफ बताती है कि अभी भी लोग चमत्कार और काले जादू के नाम पर अपनी जान जोखिम में डाल देते हैं।
लोग करोड़पति बनने के लालच में क्यों फंस जाते हैं?
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कई तांत्रिक चमक-धमक और चमत्कारिक दावों का इस्तेमाल कर लोगों को फंसाते हैं। खासकर वे लोग जो जल्दी पैसा कमाना चाहते हैं या आर्थिक तनाव में रहते हैं, ऐसे झांसे में जल्दी आ जाते हैं। इस केस में भी 50 गुना रिटर्न का लालच ही तीनों की मौत की वजह बन गया।
जांच जारी, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से खुलेगा राज
फार्महाउस का कमरा सील कर दिया गया है, सभी आरोपियों से कड़ी पूछताछ चल रही है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने पर ही असली वजह सामने आएगी-ये मौत हादसा है, हत्या है या ज़हर का खेल। लेकिन यह घटना एक बार फिर याद दिलाती है कि काला जादू, तंत्र-मंत्र और चमत्कारिक दावे अक्सर लोगों को जानलेवा जाल में फंसा देते हैं।


