सार

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों ने एक बार फिर हमला कर दिया। जिसमें डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG) यूनिट के 10 जवान शहीद हो गए। बताया जा रहा है कि अरनपुर-समेली के बीच पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी।

रायपुर। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों ने एक बार फिर हमला कर दिया। जिसमें डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG) यूनिट के 10 जवान शहीद हो गए। थे। बताया जा रहा है कि अरनपुर-समेली के बीच पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इसी दौरान IED ब्लास्ट में यह दुखद घटना घटी। DRG टीम बारिश में फंसे सुरक्षा बलों को लेने जा रही थी।

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश में 8 जनपद ऐसे हैं, जो नक्सल प्रभावित हैं। उनमें सुकमा, बस्तर, बीजापुर, दंतेवाड़ा, नारायणपुर, कांकेर, कोंडागांव और राजनंदगांव शामिल हैं। सुरक्षाबल जब भी नक्सलियों को पकड़ने जाते हैं तो उन पर हमला किया जाता है। रिपोर्ट्स के अनुसार वर्ष 2011 से 2020 तक राज्य में 3,722 नक्सली हमलों में 489 जवान शहीद हुए। यह आंकड़े देखकर आप भी हैरान हो रहे होंगे, क्योंकि झारखंड में 13 नक्सल प्रभावित जिले हैं। फिर भी वहां नक्सली हमलों में कमी देखी जा रही है, जबकि छत्तीसगढ़ में लगातार नक्सलियों का खूनी खेल जारी है।

वर्ष 2010 से 2021 तक हुए ये बड़े नक्सली हमले

वैसे तो आंकड़ो के मुताबिक वर्ष 2011 से लेकर 2020 तक हर वर्ष औसतन 263 से लेकर 465 तक नक्सली हमले हुए हैं। कुछ हमलों में बड़ी तादाद में जवान शहीद हुए।

  • छत्तीसगढ़ के नक्सल इतिहास की सबसे बड़ी घटना 6 अप्रैल 2010 दंतेवाड़ा जिले के ताड़मेटला में घटी थी। नक्सलियों ने सीआरपीएफ जवानों को घेरकर हमला किया था। इस हमले में 76 जवान शहीद हुए थे। जिसने भी उन 76 जवानों के पार्थिव शव देखें, उसकी आंखों में आंसू आ गए। मंजर ऐसा था कि देखने वालों के हाथ-पैर थरथराने लगे।
  • झीरम घाटी में कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर 25 मई 2013 को हमले में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं सहित 32 की मौत हो गई।
  • सुकमा के टाहकवा़डा में 11 मार्च 2014 को नक्सली हमले में 15 जवान शहीद हुए।
  • बस्तर के दरभा में 12 अप्रैल 2014 को नक्सली हमले में पांच जवानों समेत 14 की मौत हुई।
  • सुकमा के दुर्गम भेज्जी क्षेत्र में 11 मार्च 2017 को नक्सली हमला हुआ। इसमें सीआरपीएफ के 12 जवान शहीद हुए।
  • छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों से मुठभेड़ में 25 जवान शहीद और 7 जवान घायल हो गए थे। नक्सलियों ने हथियार भी लूटे। 99 जवानों की टुकड़ी पर पहले से घात लगाकर बैठे 300 नक्सलियों ने हमला किया था।
  • सुकमा के मिनपा में 21 मार्च 2020 को नक्सली हमले में 17 जवान शहीद हुए थे।
  • नारायणपुर में 23 मार्च 2021 को जवानों से भरी बस पर नक्सली हमले में 5 जवानों की मौत हो गई थी।
  • बीजापुर और सुकमा बॉर्डर पर 4 अप्रैल 2021 को नक्सली हमले में 22 जवान शहीद हुए थे।