सार

छत्तीसगढ़ के दुर्ग में एक नवजात की हत्या का दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। मॉं ने ही अपने 6 माह के मासूम को जिंदा तालाब में फेंक दिया और फिर पति के साथ बच्चे के गायब होने की शिकायत थाने में दर्ज कराई। 

दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग में एक नवजात की हत्या का दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। मॉं ने ही अपने 6 माह के मासूम को जिंदा तालाब में फेंक दिया और फिर पति के साथ बच्चे के गायब होने की शिकायत दर्ज कराने थाने जा पहुंची। पुलिस भी मासूम के गायब होने की खबर पर भौचक्का थी। बाद में तालाब से बच्चे का शव बरामद हुआ तो पुलिस भी एक्टिव हुई। आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए तो सच सामने आ गया। पुलिस मॉं को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। मॉं ने बच्चे की हत्या की जो वजह बताई वह चौंकाने वाली है। आइए जानते हैं पूरा मामला।

क्या है पूरा मामला?

1. जानकारी के अनुसार, मासूम का शव 30 और 31 मार्च की रात नगपुरा तालाब से बरामद किया गया था। पुलिस ने केस की जांच शुरु की तो दंग रह गई। जिस रात बच्चे के गायब होने की शिकायत दर्ज कराई गई थी। सीसीटीवी फुटेज में दिखा कि उसी रात एक महिला काले रंग की साड़ी पहनकर बच्चे को गोद में लिए घूम रही थी।

2. नगपुरा इलाके के एक मंदिर के सीसीटीवी में महिला बच्चे के साथ कैद हो गई। उस आधार पर कहा जा रहा है कि मासूम की हत्या मॉं ने ही की, किसी और ने नहीं। 6 माह के मासूम के गायब होने की सूचना माता-पिता द्वारा ही पुलिस को दी गई थी। शिकायत दर्ज कराई गई थी कि उसका छह माह का बच्चा बिस्तर से एकाएक लापता हो गया।

3. उसी बच्चे का शव घटना के अगले दिन नगपुरा तालाब से बरामद किया गया था। पुलिस उसी केस में तेजी से मामले की छानबीन कर रही थी। पुलिसिया जांच में यह भी पता चला कि 6 माह के मासूम की मॉं मानसिक रूप से बीमार है। वह जादू टोने और झाड़ फूंक पर विश्वास करने वाली है।

4. बताया जा रहा है कि इसी वजह से जिस दिन मासूम गायब हुआ। महिला उस रात को काली साड़ी पहनकर निकली। उसे अपने 6 माह के मासूम पर दया भी नहीं आई। उसका दिल जरा सा भी नहीं पसीजा और उसने अपने बच्चे को जिंदा ही गांव के तालाब में फेंक दिया।

5. पुलिस का कहना था कि घटना के बाद मिले साक्ष्य इसी तरफ इशारा कर रहे थे कि बच्चे की हत्या मॉं ने ही की है। पुलिस ने निर्दयी मॉं को हिरासत में लेकर पूछताछ की। बच्चे की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्चे के पेट में मॉं का दूध मिला। रिपोर्ट के मुताबिक, बच्चे की मौत से 1-2 घंटे पहले दूध उसे मॉं द्वारा पिलाया गया था। इन साक्ष्यों के आधार पर जब मॉं से पूछताछ की गई तो उसने सच स्वीकारा।

6. आरोपी मॉं मालती यादव ने पूछताछ में बताया कि उसका पति दिलीप यादव शराब-गांजा पीता था। बच्चों को खिलाने के लिए कुछ पैसे घर में नहीं छोड़ता था। यह देखने से पहले कि बच्चा भूखे मरे, उसे तालाब में फेंक कर मार दिया।

7. ससुराल वालों ने चार साल पहले भूत प्रेत बाधा होना बोलकर इलाज कराया था। फिर टोनही कहकर उसे प्रताड़ित किया जाने लगा। पति कुछ काम नहीं करता। आरोपी मॉं की एक पांच साल की बेटी भी है। वह भी उससे कुछ मांगती है तो वह दिला नहीं पाती थी।

8. आरोपी मॉं अपने पति की मारपीट और अभद्र व्यवहार से तंग आ चुकी थी। पति के दूसरे महिला से संबंध की जानकारी होने पर उसकी मानसिक सेहत बिगड़ने लगी। उसके बाद मनोचिकित्सक से आरोपी का इलाज चला।

9. मालती जब प्रेग्नेंट थी तो उसके पति दिलीप ने उसका ख्याल नहीं रखा। डिलीवरी के लिए मायके भेज दिया। शासन से मॉं को पौष्टिक आहार के लिए मिले 3 हजार रुपये की भी दारू पी गया।

10. आरोपी मॉं जब प्रेग्नेंट थी। तब उसने लड़का होने पर देवी को बकरा पूजने की मन्नत मांगी थी। लड़का होने के बाद व्रत रखा, कुछ पैसे चढ़ाए ताकि धीरे धीरे इकट्ठा करके उन्हीं पैसों से देवी को बकरा पूजेगी। पर पति ने उन पैसों को भी नहीं छोड़ा और दारू में उड़ा दिया। इससे वह तंग आ गई थी और मासूम को तालाब में फेंकने जैसा खौफनाक काम किया। पुलिस महिला के पति दिलीप यादव के खिलाफ भी कार्रवाई करेगी।