सार
रायपुर: छत्तीसगढ़ के दुर्ग में एक अजीबोगरीब वाकया घटा, जहां दूल्हे की शिकायत पर दुल्हन समेत सात लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। दुर्ग के एक व्यापारी अपने बेटे के लिए लड़की ढूंढ रहे थे। बेटे की उम्र ज्यादा होने के कारण लड़की नहीं मिल रही थी। इसलिए कई सालों से जैन समाज की लड़की की तलाश की जा रही थी। इसी दौरान एक रिश्तेदार ने व्यापारी को शादी करवाने वाले एक एजेंट का मोबाइल नंबर दिया। एजेंट को फोन करके व्यापारी ने सारी बात बताई। कुछ ही दिनों बाद एजेंट ने फोन करके कहा कि आपके बेटे के लिए लड़की मिल गई है, आकर देख लो।
बेटे की उम्र 43 साल होने के कारण व्यापारी ने कहा कि शादी का सारा खर्चा हम उठाएंगे। दुल्हन पक्ष ने 17.5 लाख रुपये की मांग की। व्यापारी ने दुल्हन पक्ष को पैसे देने की हामी भर दी। शादी से पहले ही पैसे भी दे दिए।
इंदौर की रहने वाली एजेंट सरला ने जिस लड़की को दिखाया था, उस पूर्वी भारती के साथ व्यापारी के बेटे की धूमधाम से शादी हुई। दुल्हन पक्ष को 17.5 लाख और एजेंट सरला को 1.5 लाख रुपये कमीशन दिया गया। इसके बाद दुल्हन इंदौर से दुर्ग भी आ गई। आखिरकार बेटे की शादी जैन समाज की युवती से हो गई, यह सोचकर व्यापारी भी खुश थे।
दुर्ग में नए जोड़े के लिए पहली रात का इंतजाम भी किया गया था। पूरा कमरा फूलों से सजाया गया था। लेकिन दूल्हे को युवती पर शक था। बिस्तर पर मुंह ढक कर बैठी दुल्हन के पास पहुंचे दूल्हे ने उससे आधार कार्ड मांगा। दुल्हन ने आधार कार्ड देने से इनकार कर दिया तो दूल्हे ने उसका बैग चेक किया। आधार कार्ड मिला तो उसमें दुल्हन का नाम दूसरा था। कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने बताया कि वह जैन समाज की नहीं है। यह बात पता चलते ही कोने में छिपकर बैठा दूल्हा भागा हुआ अपने घरवालों के पास आया और उन्हें बताया कि हम ठगे गए हैं। इसके बाद दुर्ग थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई।