सार

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को भाजपा पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब भाजपा नेताओं की बेटियों की शादी मुस्लिमों से होती हैं, तो वे इसे प्यार कहते हैं लेकिन अगर कोई करता है तो इसे जिहाद कहा जाता है।

बिलासपुर. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को भाजपा पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब भाजपा नेताओं की बेटियों की शादी मुस्लिमों से होती हैं, तो वे इसे प्यार कहते हैं लेकिन अगर कोई और करता है, तो इसे जिहाद कहा जाता है।

बेमेतरा साम्प्रदायिक हिंसा पर भूपेश बघेल का बयान

राज्य के बिलासपुर कस्बे में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने भगवा पार्टी पर बेमेतरा जिले के बिरंपुर गांव में पिछले सप्ताह हुई सांप्रदायिक हिंसा का राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया।

बीजेपी के इस दावे के बारे में पूछे जाने पर कि कुछ अंतर्धार्मिक शादियों के बाद बीरनपुर में तनाव शुरू हो गया, बघेल ने कहा, "बीजेपी ने न तो मामले (झड़प) की जांच की और न ही बंद का आह्वान करने से पहले कोई रिपोर्ट पेश की। दो बच्चों के बीच लड़ाई के कारण विवाद हुआ। एक झड़प जिसने एक आदमी की जान ले ली, जो बहुत दु:खद है। इसे उचित नहीं ठहराया जा सकता। लेकिन भाजपा अपना राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश कर रही है।"

छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े भाजपा नेता की बेटी

बघेल ने कहा, "लव जिहाद की बात करते हैं। बीजेपी के सीनियर नेताओं की बात करें, तो उनकी बेटियों की शादी मुस्लिमों से हुई है। क्या यह लव जिहाद की कैटेगरी में नहीं आता? आप पूछिए कि छत्तीसगढ़ में बीजेपी के सबसे बड़े नेता की बेटी कहां चली गई।" क्या यह लव जिहाद नहीं है जब उनकी बेटी करे तो यह लव है, लेकिन कोई और करे तो जिहाद है।

बघेल ने कहा, "उन्होंने (भाजपा) इसे रोकने के लिए क्या किया है? वे सिर्फ इससे राजनीतिक लाभ प्राप्त करना चाहते हैं। वे अपने दामादों को मंत्री और सांसद बनाते हैं और दूसरों के साथ विभिन्न कानूनों के तहत व्यवहार करते हैं।"

बेमेमरा में हिंदू-मुस्लिम विवाद क्यों हुआ था?

बेमेतरा कस्बे से 60 किमी दूर स्थित बीरनपुर में 8 अप्रैल को कथित तौर पर स्कूली बच्चों के बीच हुए झगड़े के बाद सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी थी। इस झड़प में एक स्थानीय निवासी भुनेश्वर साहू (22) की मौत हो गई और तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए।

स्थानीय प्रशासन ने पूरे बेमेतरा जिले में धारा 144 लागू कर दी है, जो चार या अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगाती है। घटना के तीन दिन बाद बीरनपुर निवासी रहीम मोहम्मद (55) और उनके बेटे इदुल मोहम्मद (35) के रूप में पहचाने गए एक व्यक्ति को गांव से कुछ किलोमीटर दूर सिर में चोट लगने के कारण मृत पाया गया था।

अब गांव की ओर जाने वाले सभी रास्तों को पुलिस ने बैरिकेडिंग कर दी है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए गांव और उसके आसपास करीब 1,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।

सीएम बघेल ने मंगलवार को मृतक साहू के परिजनों को सरकारी नौकरी देने और परिवार को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की।

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