सार
छत्तसीगढ़ के जशपुर जिले में पहाड़ी कोरवा परिवार के 4 सदस्यों की आत्महत्या की घटना ने इलाके को हिला के रख दिया है। पेड़ बने फांसी के फंदे पर पति-पत्नी और दो बच्चों की लाशें लटकी मिली तो हड़कंप मच गया।
रायपुर. छत्तसीगढ़ के जशपुर जिले से दिल दहला देने वाली तस्वीर सामने आई है। जहां एक परिवार ने पेड़ पर रस्सी से फांसी का फंदा लगाकर सामूहिक सुसाइड कर लिया। सुबह जब गांववाले बाहर निकले तो पति-पत्नी और दो बच्चों की लाशें फंदे से लटकी हुई थीं। इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने सूचना देकर पुलिस को मौके पर बुलाया है।
पेड़ पर डोर बांधकर खत्म कर ली जिंदगी की डोर
दरअसल, यह दर्दनाक घटना जशपुर जिले के बगीचा थाने क्षेत्र में सम्हार गांव की बताई जा रही है। जहां एक पहाड़ी केरवा परिवार ने पेड़ पर लटककर एक साथ मौत को गले लगा लिया। फिलहाल पुलिस मौके पर पहुंची है, शवों को उतारकर पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया है। पुलिस का कहना है कि रिपोर्ट आने के बाद मामला और स्प्ष्ट हो जाएगा। कहीं किसी ने हत्या करके तो परिवार को फंदे पर नहीं लटका दिया, इसकी जांच भी की जा रही है। फिलहाल आत्महत्या की वजहों का खुलासा नहीं हो पाया है।
राष्ट्रपति ने मृतक परिवार की जाति को लिया है गोद
बता दें कि मृतक परिवार पहाड़ी कोरवा परिवार की जाति से आता है। यह वही जनजाति है जिन्हें राष्ट्रपति ने गोद लिया है। इस जाति के परिवार अक्सर जंगल में ही झोपड़ी बनाकर निवास करते हैं। यह जनजाति जीवनयापन के लिए पूरी तरह से जंगल पर निर्भर है। जंगल ही इनकी संस्कृति मानी जाती है। वैसे तो छत्तीसगढ़ में कुल 42 जनजातियां पाई जाती हैं, लेकिन राज्य सरकार ने 7 को विशेष जनजाति का दर्जा दिया हुआ है। जिस परिवार ने सामूहिक सुसाइड किया है वह जनजाति भी इन्हीं में से एक मानी जाती है।